पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह की धरपकड़ को छावनी बना कोर्ट
एनएच मुआवजा घोटाले में भूमिगत पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह की न्यायालय में सरेंडर करने की सूचना परसुबह से शाम तक पुलिस चौकन्नी रही, लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी।
रुद्रपुर(उधमसिंह नगर), [जेएनएन]: एनएच मुआवजा घोटाले में भूमिगत पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह के मंगलवार को न्यायालय में सरेंडर करने की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच उठा। आनन-फानन में कोर्ट परिसर में सादे ड्रेस में पुलिस तैनात कर दी गई। साथ ही खुफिया विभाग को भी सक्रिय कर दिया गया। सुबह से शाम तक पुलिस चौकन्नी रही, लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी।
मंगलवार को डीपी सिंह के वकील की ओर से सरेंडर के लिए आवेदन करने और सरेंडर की सूचना पुलिस को मिली। इस पर एसपी क्राइम, सीओ स्वतंत्र कुमार के साथ ही सादे ड्रेस में पुलिस कर्मी कोर्ट पहुंचे। साथ ही कोर्ट परिसर और दोनों गेटों पर सादे कपड़ों में पुलिस कर्मी तैनात रहे। इसके अलावा खुफिया विभाग की टीम भी सक्रिय रही। टीम सुबह 10 बजे से अपराह्न तीन बजे तक कोर्ट में आने-जाने वालों पर पैनी नजर रखे हुए थी। अपराह्न तीन बजे तक सरेंडर के लिए आवेदन न लगने और डीपी सिंह के न पहुंचने पर पुलिस फोर्स कोर्ट से हटी।
आरोपी डीपी के खिलाफ गैर जमानती वारंट
एनएच मुआवजा घोटाले में फरार चल रहे पूर्व विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी डीपी सिंह के खिलाफ पुलिस ने कोर्ट से गैर जमानती वारंट ले लिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इसके बाद भी डीपी पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी।
एनएच-74 मुआवजा घोटाले में एसआइटी की जांच की जद में आने के बाद पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह गिरफ्तारी से बचने के लिए हाई कोर्ट की शरण में गए थे। कोर्ट ने पहले तो उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगाई, लेकिन बाद की सुनवाई में रोक हटा दी।
इसके बाद से ही डीपी सिंह भूमिगत हो गए थे। हालांकि इस बीच उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी। उनके विदेश भागने की संभावना को देखते हुए एसआइटी ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया। तभी से उनकी तलाश में पुलिस टीमें देहरादून, दिल्ली व उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर दबिश दे चुकी हैं।
मंगलवार को पुलिस ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से डीपी सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल कर लिया है। इसकी पुष्टि एसएसपी सदानंद दाते ने की है।
निलंबित पेशकार ने सरेंडर के लिए किया आवेदन
एनएच मुआवजा घोटाले में एसडीएम काशीपुर के निलंबित पेशकार ने सरेंडर के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शिवाकांत द्विवेदी की अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया है। एनएच-74 मुआवजा घोटाले में एसडीएम काशीपुर के पेशकार संजय चौहान को भी पूर्व में निलंबित किया जा चुका है। एसआइटी चौहान से कई बार पूछताछ कर उनके बयान भी दर्ज कर चुकी है।
रविवार को एसआइटी ने जसपुर और काशीपुर में हुए घोटाले के मामले में निलंबित पीसीएस अधिकारी भगत सिंह फोनिया समेत आठ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि कई और लोगों की गिरफ्तारी भी होनी थी। इससे पहले ही एनएच मुआवजा घोटाले में निलंबित पेशकार संजय चौहान ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर के लिए प्रार्थना पत्र लगाया। माना जा रहा है कि बुधवार को संजय चौहान कोर्ट में सरेंडर कर सकते हैं।
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