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हम गुरुवाले बनकर मुक्ति के मार्ग को प्रशस्त करें

संवाद सहयोगी, बाजपुर : गुरुद्वारा साहिब नानकसर ठाठ गजरौला में तीन दिवसीय समागम के दूसरे दिन

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 11:57 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 11:57 PM (IST)
हम गुरुवाले बनकर मुक्ति के मार्ग को प्रशस्त करें
हम गुरुवाले बनकर मुक्ति के मार्ग को प्रशस्त करें

संवाद सहयोगी, बाजपुर : गुरुद्वारा साहिब नानकसर ठाठ गजरौला में तीन दिवसीय समागम के दूसरे दिन एसजीपीसी के धर्म प्रचारकों द्वारा श्री गुरुनानक देव जी के जीवन पर प्रकाश डाला। साथ ही बाबा नंद ¨सह, इशर ¨सह, कुंदर ¨सह नानकसर वालों की महिमा का भी बखान किया। समागम श्री गुरु नानकदेव जी महाराज के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित किया गया।

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अरदास के उपरांत शुरू हुए समागम में ज्ञानी हरप्रीत ¨सह ने कीर्तन कर गुरुवाणी का बखान किया। हरमंदर साहिब के पूर्व मुख्य ग्रंथी ज्ञानी पूरण ¨सह ने कहा कि अकाल रूप श्री गुरु नानकदेव जी इलाही वाणी (ध्रुर की वाणी) के रचनाकार हैं। गुरु पातशाह के मुखारविंद से उच्चारित पावन वाणी आसा की वार को ¨चतकों ने परमेश्वर की वार की संज्ञा दी है। यह नित्तनेम की वाणी नहीं फिर भी इसे संगत रूप में हर रोज अमृत वेला गायन करने का नियम है। एसजीपीसी के प्रचारक भाई जसपाल ¨सह ने कहा कि श्री गुरु नानकदेव जी महराज ने कलयुगी गहरे प्रभाव को उजागर किया है। गुरुजी ने कलयुग में अवतार लेकर जो कलयुगी कालिमा के कारण लोगों का व्यवहार भूत-प्रेतों जैसा हो गया था, उन्हें धर्म के मार्ग पर लाने तथा खंडित होते धर्म के बीज को पुन: स्थापित कर समाज को कर्मकांडों से मुक्ति दिलवाई। एसजीपीसी के प्रचारक भाई सलवंत ¨सह ने कहा कि गुरु नानकदेव जी का 550वां प्रकाश पर्व पूरे विश्व में मनाया जा रहा है और हम जैसे बहुत से जीव ऐसे हैं जो शायद 600वां अवतार पर्व न देख पाएं, ऐसे में अभी भी समय है कि हम गुरुवाले बनकर मुक्ति के मार्ग को प्रशस्त करें। बाबा अमरजीत ¨सह गालिब खुर्द पंजाब द्वारा कीर्तन करते हुए कहा कि गुरपित पूरब की यमि पयाना, भांति-भांति के तीरथ नाना। जब ही जात त्रिवेणी भए, पुंन दान दिन रात बितए। तही प्रकास हमारा भयो, पटना सहर बिखै भव लयो। कार्यक्रम में बाबा प्रताप ¨सह, सुरेंद्र ¨सह, गुरबक्श ¨सह, सलवंत ¨सह, अमरीक ¨सह, जगमोहन ¨सह, मनप्रीत ¨सह, गुरदीप ¨सह, सोनू गिल, अंग्रेज ¨सह, सुख¨वदर ¨सह, हरजीत ¨सह, सतनाम ¨सह, राणा गुरदीप ¨सह आदि मौजूद थे।

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आज कराया जाएगा अमृतपान

बाजपुर : बाबा प्रताप ¨सह ने अवगत कराया कि गुरुवार को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक पंज प्यारों द्वारा गुरु मर्यादा अनुसार अमृतपान करवाया जाएगा। जिसमें अमृतपान करने वाले इच्छुक अभिलाषी 11 बजे तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।


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