एनएचएआइ अफसरों को बचा रही सरकार : रावत
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : सरकार एनएच घोटाले की जांच से एनएचएआइ के अफसरों को बचा रही है
संवाद सहयोगी, रुद्रपुर : सरकार एनएच घोटाले की जांच से एनएचएआइ के अफसरों को बचा रही है। निष्पक्ष जांच के लिए एनएचएआइ को भी दायरे में लाना होगा। यह बात पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने यहां पत्रकार वार्ता में कही।
रविवार को पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तिलक रात बेहड़ के आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि एनएच-74 घोटाले की जांच में अब तक जितने भी छोटे-बड़े लोग सामने आए हैं, उनका कहीं न कहीं से बीजेपी कनेक्शन है। दो सिरे से जांच हो रही है तो एनएचएआइ अफसरों पर भी आंच आनी चाहिए। जब तक उनकी जांच नहीं होगी, प्रक्रिया को अधूरा माना जाएगा। केंद्र सरकार कांग्रेसियों पर आरोप लगा जिस प्रकार उनके खाते की जांच की बात कर रही है, उसी प्रकार बीजेपी सहित राजनीतिक दलों के खाते की जांच भी हो। कहा कि जिले में जितने भी बीजेपी नेता हैं, उनके खाते में कितना चंदा जमा हुआ, इसकी भी जांच होनी चाहिए।
स्वच्छ भारत मिशन पर टिप्पणी करते हुए कहा कि पीएम मोदी खुद जेल से छूटे नेताओं का माला-फूल से स्वागत करते हैं, पहले उन्हें पार्टी से निकालें। वहीं इनवेस्टर्स मीट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मोदी इस पर जोर दे रहे हैं। लेकिन ऊधम¨सह नगर में इसके लिए जमीन नहीं है। कहा कि जो भी सरकारी भूमि है, वह आपदा पीड़ित और भूमिहीन लोगों के लिए है। इसके अलावा सरकार अगर कुछ अच्छा करना चाहती है तो एक्साइज ड्यूटी निवेश की डेडलाइन 2020 से बढ़ाकर 2030 करे। विजय माल्या प्रकरण में आरोप लगाया कि उसके खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट को सामान्य नोटिस सूचनात्मक बना दिया गया। यदि गिरफ्तारी वारंट जारी होता तो माल्या किसी भी हाल में देश छोड़कर नहीं भाग सकता था। इस मौके पर पूर्व मंत्री तिलक राज बेहड़, कांग्रेस के नगर अध्यक्ष जगदीश तनेजा, पूर्व पालिकाध्यक्ष मीना शर्मा, सुनील आर्या, मोहन खेड़ा, नंद लाल आदि मौजूद थे।