रुद्रपुर में चोरी की कार के साथ पांच युवक गिरफ्तार
रुद्रपुर में चोरी गई मारुति वैन के साथ पुलिस ने पांच युवकों को दबोच लिया।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : चोरी गई मारुति वैन के साथ पुलिस ने पांच युवकों को दबोच लिया। वैन खराब हो जाने से वह उसे धक्का लगा कर उसे सही करवाने ले जा रहे थे। पकड़े गए युवक पहले भी सिडकुल व ट्रांजिट कैंप थाने में दर्ज मामले में जेल जा चुके हैं।
जितेंद्र शर्मा पुत्र मोहन लाल निवासी मोहल्ला महादेव, नियर कमला नेहरु थाना फरीदपुर बरेली तीन जुलाई को अपने फूफा विनोद शर्मा के पास रम्पुरा आया था। उसने अपनी मारुति वेन नंबर यूपी 25 एई 0136 को ग्रीन बर्ड स्कूल के सामने खड़ी कर दी थी। सुबह चार जुलाई को जब वह बाहर आया तो उसकी वैन वहां पर नहीं थी। कोतवाली पुलिस चोरी की जानकारी मिलने पर हरकत में आ गई। प्रभारी निरीक्षक केसी भट्ट ने बताया कि मंगलवार रात वैन को धक्का लगाते पुलिस को पांच युवक दिखाई दिए। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने जब जांच की तो वह कार चोरी की होने की बात सामने आई। पकड़े गए युवकों ने अपने नाम रितिक गुप्ता पुत्र प्रेम प्रकाश, अजय पुत्र पूरन सिंह, गौतम सरकार पुत्र गणेश सरकार, अजय सिंह पुत्र राजकुमार, शहंशाह पुत्र नजाकत निवासी पहाड़गंज बताया है। चोरी का माल ठिकाने लगाने को उड़ाई थी कार
स्क्रैप उठाने वाले युवक ने मारुति वैन चोरी की लेकिन वह पहले ही प्रयास में पकड़े गए। हालांकि इससे पहले स्क्रैप चोरी में पकड़े जाने की बात सामने आई है।
मोहल्ला पहाड़गंज निवासी पांच युवक चोरी करने की योजना बनाई। चोरी का माल ठिकाने लगाने के लिए उन्हें एक वाहन की जरूरत महसूस हुई तो उन्होंने कार चोरी की योजना बना डाली। वाहन भी ऐसा हो जो चोरी का सामान ठिकाने लगाने के साथ ही सैर सपाटे में भी काम आए। उनका प्रयास तीन जुलाई की रात को पूरा भी हो गया और उन्होंने फरीदपुर बरेली निवासी जितेंद्र शर्मा की मारुति वैन चोरी कर ली। वैन लेकर वह सिडकुल का चक्कर भी लगा अपना टारगेट तलाशते रहे, लेकिन चोरी की कार ने उनका साथ नहीं दिया। कार की तलाश में जुटी पुलिस ने जब लक्ष्य के पीछे दौड़ते हुए सीसीटीवी की फुटेज खंगालते हुए सिडकुल और ट्रांजिट कैंप की गलियों की खाक छानी तो चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद युवकों रितिक गुप्ता, अजय, गौतम, अजय सिंह, शहंशाह की हरकत का पता लग गया। उनका मूवमेंट वैन चोरी के बाद सिडकुल और ट्रांजिट कैंप में दिखाई दिया। उसके बाद पुलिस उनके पीछे लग गई थी। लेकिन उनकी किस्मत खराब थी कि वैन खराब हो गई और मिस्त्री के पास धक्का लगा कर ले जाने के दौरान वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ते तो निश्चित ही वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे, जिससे पुलिस की मुश्किलें बढ़ सकती थी। आरोपितों के खिलाफ स्क्रैप चोरी के मामले ट्रांजिट कैंप में केस दर्ज हैं।