राज्य के किसानों ने कृषि विशेषज्ञों से जाना आय बढ़ाने का तरीका
जीबी पंत विश्वविद्यालय के राज्य कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रशिक्षण संस्थान ने वर्चुअल मोड किसानों के लिए आयोजित किया प्रशिक्षण कार्यक्रम।
जागरण संवाददाता, पंतनगर: जीबी पंत विश्वविद्यालय के राज्य कृषि प्रबंधन एवं प्रसार प्रशिक्षण संस्थान (समेटी) ने कोविड-19 की परिस्थितियों के दौरान नवंबर से दिसंबर माह तक वर्चुअल मोड पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस दौरान मत्स्य पालन, संरक्षित सब्जी उत्पादन, मौन पालन, कुक्कुट पालन, डेयरी व दुग्ध उत्पादन एवं फूलोत्पादन संबधित छह प्रशिक्षण हुए। राज्य के 239 आत्मा के अधिकारी, कर्मचारी व किसानों ने हिस्सा लिया। कृषकों ने वर्चुअल मोड पर मत्स्य, सब्जियों के कीट-रोग, मौन पालन व खेती संबधी समस्याओं का समाधान वैज्ञानिकों से प्राप्त किया। निदेशक प्रसार शिक्षा, डा. अनिल कुमार शर्मा ने प्रतिभागियों से विवि द्वारा विकसित तकनीकों को अपनाकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने एवं क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्रों से सहयोग लेने का आह्वान किया। मत्स्य विज्ञान के डा. बीडी सिंह ने कहा कि जिन कृषकों ने प्रशिक्षण के दौरान नई जानकारियों को अर्जित किया है, वह अन्य कृषकों के बीच उनका साझा करें। जिससे अधिक से अधिक कृषक लाभान्वित हो सके। विज्ञानियों ने किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया। कहा कि उन्नत नस्ल के बीज और कृषि उपकरणों का प्रयोग कर उत्पादन काफी बढ़ सकता है। इसके लिए समय-समय पर विषय विशेषज्ञों की सलाह लेते रहना भी जरूरी है। कीटनाशकों के प्रयोग से लेकर अन्य जरूरी पहलुओं पर विशेषज्ञों की राय के अनुरूप अमल करने पर किसान आर्थिक रूप से सबल बन सकते हैं।
इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन में निदेशक संचार, डा. एसके बंसल, संयुक्त निदेशक प्रसार, डा. अनुराधा दत्ता, प्राध्यापक, डा. आरके शर्मा, डा. बीएस कार्की एवं डा. संजय चौधरी का सहयोग रहा।