फसलों का सर्वे न होने से भड़के किसान, प्रदर्शन
बारिश एवं ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे न होने से भारतीय किसान यूनियन ने तहसील में प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
संवाद सहयोगी, खटीमा : बारिश एवं ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों का सर्वे न होने से भारतीय किसान यूनियन ने तहसील में प्रदर्शन कर नारेबाजी की। साथ ही उपजिलाधिकारी निर्मला बिष्ट को चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपकर समस्याओं के जल्द निराकरण की मांग की। ऐसा न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
भाकियू से जुडे़ दर्जनों काश्तकार सोमवार को तहसील मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शन कर जमकर हंगामा काटा। बाद में उन्होंने एसडीएम बिष्ट को चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपा जिसमें उन्होंने कहा कि बे मौसम बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं, आलू, मटर आदि फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है जिसका अब तक प्रशासन ने सर्वे नहीं कराया जबकि उन पर बैंक आदि का ऋण बकाया है। उन्होंने किसानों को मुआवजा मिलने तक वसूली की कार्रवाई को रोकने एवं गेहूं फसल पर मिलने वाले बोनस को 300 रुपये प्रति कुंतल करने की मांग की। किसानों ने दो दिनों में मांगों का निस्तारण न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री भुवन कापड़ी, सांसद प्रतिनिधि साधू सिंह नामधारी, जसविंदर सिंह, कुलवंत सिंह, मंजीत सिंह, मदन राम, करनैल सिंह, करनजीत सिंह, केवल सिंह, निर्मल सिंह, भजन सिंह, प्रमोद कुमार, रामवचन, दीनानाथ, धर्म सिंह आदि मौजूद थे।