जसपुर की चीनी मिलों में एथनॉल प्लांट खुलने की उम्मीद
सब कुछ ठीक रहा तो शीघ्र ही प्रदेश की चीनी मिलों में एथनॉल प्लांट खुलने की उम्मीद है।
संवाद सूत्र, जसपुर : सब कुछ ठीक रहा तो शीघ्र ही प्रदेश की चीनी मिलों में एथनॉल प्लांट लगे दिखाई देंगे। इससे सहकारिता की चीनी मिलों की हालत सुधरने की उम्मीद है। प्लांट लगाने के लिए सरकार मिलों को ब्याजमुक्त कर्ज देगी। चेन्नई की अवंत मार्ट कंपनी ने प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। राज्य के मुख्य सचिव सर्वे रिपोर्ट की पंद्रह दिन में समीक्षा करेंगे। उसके बाद कार्यवाही होगी।
देहरादून में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ बैठक कर लौटे पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिघल ने बताया कि राज्य में सहकारिता विभाग की चार चीनी मिलें है, जो बदहाली के दौर से गुजर रही हैं। इनकी हालत सुधारने के लिए राज्य सरकार ने चीनी मिलों में एथनॉल बनाने का निर्णय लिया है। एथनॉल चीनी मिलें केंद्र सरकार को बेचेंगी। इससे मिलों की अतिरिक्त आमदनी होगी और किसानों को भी गन्ना मूल्य का शीघ्र भुगतान किया जा सकेगा। चैन्नई की अवंत मार्ट कंपनी के विशेषज्ञों की टीम ने पिछले दिनों चारों मिलों व उनके गन्ना क्षेत्र का अध्ययन कर प्रदेश सरकार को फिजिविलिटी की सर्वे रिपोर्ट सौंपी है। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को पंद्रह दिन में सर्वे रिपोर्ट की समीक्षा करने को कहा है। उसके बाद डीपीआर तैयार कर शीघ्र ही एथनॉल प्लांट कार्य करना शुरू कर देगा। इसको चलाने में पर्यावरण का विशेष ध्यान रखा गया है। एथनॉल की वेस्टेज को ईधन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। चीनी मिलों में शीरा कम होने पर गन्ने के जूस से एथनॉल बनाया जाएगा। बैठक में प्रमुख सचिव गन्ना अमित नेगी, प्रबंध निदेशक गन्ना एवं चीनी चंद्रेश यादव, एमडी यूजेवीएनएल एसएस वर्मा, गन्ना आयुक्त ललित मोहन रयाल, हरबंश सिंह आदि अधिकारी मौजूद रहे।
----------- पिछले सत्र के 45 करोड़ गन्ना भुगतान का आदेश
जसपुर: पूर्व विधायक डॉ. शैलेंद्र मोहन सिघल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने पिछले सत्र का बकाया 45 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान करने के निर्देश दे दिए हैं। शीघ्र ही किसानों के खाते यह रकम पहुंच जाएगी।