खेत की रखवाली कर रहे चौकीदार काे हाथी ने पटक कर मार डाला
पीपलपड़ाव वन रेंज के अंतर्गत प्लांटेशन में गेहूं की फसल रखवाली कर रहे चौकीदार को हाथी ने रौंद डाला। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई है।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : पीपलपड़ाव वन रेंज के अंतर्गत प्लांटेशन में गेहूं की फसल रखवाली कर रहे चौकीदार को हाथी ने रौंद डाला। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई है। उसके दो साथियों ने भाग कर जान बचाई। इधर घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
ग्राम महोली जंगल निवासी राम सिंह उर्फ रामू ने वन चौकी से सटे पीपलपड़ाव वन रेंज के अंतर्गत खत्ता बना रखा है। खत्ते के निकट ही उसने प्लांटेशन में करीब तीन एकड़ क्षेत्र में गेहूं की फसल बोई है। जिसकी रखवाली के लिए ग्राम धूरिया निवासी प्रताप सिंह पुत्र बुद्धि चंद्र व प्रताप के ससुर ग्राम महतोष बेगमाबाद विलासपुर रामपुर (उप्र) निवासी रोशन लाल (58) पुत्र चेतराम को चौकीदार के तौर पर रखा था। बताया जाता है कि सोमवार रात खेत मालिक राम सिंह तथा चौकीदार प्रताप व रोशनलाल प्लांटेशन में ही बनी झोपड़ी में सो रहे थे। इसी बीच रात करीब 12 बजे चिंघाड़ मारते हुए हाथी आ गया और झोपड़ी को तहस-नहस करने लगा। इस पर रामदास व प्रताप ने तो वहां से भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन रोशन लाल को हाथी ने उठाकर पटक दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामले की सूचना मिलते ही वन क्षेत्राधिकारी भूपेंद्र मेहरा, बरहैनी वन रेंजर रूप नारायण गौतम मौके पर पहुंचे।
वन क्षेत्र में फसल उगाना चर्चा का विषय
वन क्षेत्र में फसल उगाने का मामला समय-समय पर सामने आता रहा है। जानकारों की मानें तो सरकार द्वारा कई वर्ष पूर्व प्लांटेशन की व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया है, जो भी वन गूजर खत्ते बनाकर रह रहे हैं उन्हें केवल चारा बोने की अनुमति मिल पाती है। ऐसे में वन क्षेत्र के अंदर गेहूं व सरसों की फसल बोया जाना और उसकी रखवाली के लिए लोगों को चौकीदार रखना चर्चा का विषय बना है। इस संबंध में वन रेंजर भूपेंद्र ¨सह मेहरा का कहना है कि उन्हें अभी इस क्षेत्र का चार्ज संभाले मात्र दो दिन हुए हैं। गेहूं की फसल किसकी अनुमति के आधार पर बोई गई है वह इसकी जांच कर रहे हैं।
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