रात के अंधेरे में वृद्धाश्रम से बुजुर्गो को निकाला
जागरण संवाददाता रुद्रपुर भवन स्वामी व वृद्धाश्रम संचालिका के बीच उपजे विवाद पर जिला प्रशासन ने
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : भवन स्वामी व वृद्धाश्रम संचालिका के बीच उपजे विवाद पर जिला प्रशासन ने रात के अंधेरे में बुजुर्गों को एक अदद छत से बेदखल कर दिया। अब सभी बुजुर्ग संचालिका के साथ सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।
शक्ति विहार कॉलोनी स्थित किराये के भवन में सामाजिक न्याय एवं न्यायिक अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से वरिष्ठ जन सेवा सदन संचालिका सीमा सिंह व भवन स्वामी प्रेम कुमारी के बीच कुछ दिनों से किराये को लेकर विवाद चल रहा था। प्रेम कुमारी ने एसएसपी व डीएम से मुलाकात कर संचालिका पर भवन कब्जाने, 13 माह से किराया न देने व बिजली बिल का 50 हजार रुपये बकाया होने का आरोप लगाया था। इसके बाद जिलाधिकारी व एसएसपी से मिल वृद्धाश्रम संचालिका सीमा सिंह ने भी अपना पक्ष रखा था। इस बीच उर्जा निगम ने बकाया बिल जमा न करने पर भवन का विद्युत संयोजन काट दिया और बुजुर्गों को उनके हाल पर ही छोड़ दिया। बिजली कटने के बाद जनरेटर के माध्यम से वृद्धाश्रम को रोशन किया जाता रहा। मंगलवार रात प्रशासन ने जनरेटर भी बंद करा दिया। साथ ही वहां मौजूद स्वस्थ वृद्धों को जिला अस्पताल के स्पेशल वार्ड में भर्ती करा दिया। इससे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
इंसेट ..
असमंजस में दिखा अस्पताल प्रबंधन वृद्धजनों को अकारण भर्ती कराने को लेकर अस्पताल के आपातकाल सेवा वार्ड में तैनात स्टाफ असहज हो गया। एंबुलेंस सेवा 108 से बुजुर्गां को लेकर जब समाज कल्याण अधिकारी नवीन त्रिपाठी जिला अस्पताल पहुंचे तो वृद्धों को भर्ती करने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही थी। इससे बुजुर्ग अस्पताल के आपातकाल सेवा बरामदे में लगभग एक घंटे तक बैठने को मजबूर रहे। सूची बनने के बाद ही बुजुर्गों को स्पेशल वार्ड में शिफ्ट किया गया। इंसेट ... डीएम ने भी झाड़ा पल्ला वृद्धाश्रम संचालिका सीमा सिंह मंगलवार रात आश्रम से निकाले गए समस्त आठ वृद्धों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी नीरज खैरवाल से मामले मे मदद की गुहार लगाई। बताया गया कि डीएम ने मामले से पल्ला झाड़ दिया। इंसेट .. केदारनाथ आपदा पीड़िता को भी मिला था सहारा आश्रम में 2013 में आई केदारनाथ आपदा की पीड़ित मूक बधिर महिला द्रोपदी उर्फ बेबी के साथ ही एक अन्य महिला को भी आसरा मिला था। बाद में आश्रम संचालिका के प्रयास से महिलाओं को उनके पश्चिम बंगाल निवासी परिजनों को सौंप दिया गया। इंसेट .. भवन स्वामी हुई काबिज
मंगलवार रात को जब वृद्धजनों को जिला अस्पताल में शिफ्ट करवाया गया, वहां संस्था संचालिका सीमा सिंह भी मौजूद नहीं थी। प्रशासन की इस कार्रवाई के बाद भवन स्वामी प्रेम कुमारी अपना ताला डाल वहां काबिज हो गई थी।