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इलाज के दौरान मौत पर अस्पताल से मांगा 60 लाख का मुआवजा

काशीपुर में इलाज के दौैरान मरीज की मौत के मामले में स्वजनों ने सेंट्रल हास्पिटल हल्द्वानी पर 60 लाख रुपये का परिवाद जिला उपभोक्ता आयेाग ऊधमसिंह नगर में दर्ज कराया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 12:03 AM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 12:03 AM (IST)
इलाज के दौरान मौत पर अस्पताल से मांगा 60 लाख का मुआवजा
इलाज के दौरान मौत पर अस्पताल से मांगा 60 लाख का मुआवजा

जागरण संवाददाता, काशीपुर : इलाज के दौैरान मरीज की मौत के मामले में स्वजनों ने सेंट्रल हास्पिटल हल्द्वानी पर 60 लाख रुपये के मुआवजे का परिवाद जिला उपभोक्ता आयोग ऊधमसिंह नगर में दर्ज कराया है। आयोग ने इसे सुनवाई के लिए स्वीकार करके अस्पताल को नोटिस जारी किया है, जिसमें 23 तक जवाब दाखिल करना होगा।

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बाजपुर निवासी बल्देव कृष्ण गोयल व उनके पोते जतिन गोयल की ओेर से नदीम उद्दीन एडवोकेट ने जिला उपभोक्ता आयोग ऊधमसिंह नगर में सेंट्रल हास्पिटल हल्द्वानी के विरुद्ध परिवाद दायर किया है। इसमें कहा गया है कि सुधीर गोयल को 25 जनवरी 2019 को सीने में दर्द की शिकायत होने पर स्थानीय डाक्टर को दिखाया गया। इसके बाद उन्हें सेंट्रल हास्पिटल हल्द्वानी में भर्ती कराया गया। वहां जांच में ब्लड प्रेशर एवं प्लेटलेट्स सामान्य पाया गया।

अस्पताल ने एंजियोग्राफी में तीनों आर्टरी बंद होना बताया। कहा कि तीन स्टेंट डालने होंगे। स्टेंट डालने के बाद मरीज ही हालत बिगड़ने लगी। इसपर डाक्टर ने बताया कि उनका न्यूरो का ऑपरेशन करना पड़ेगा। खून एवं प्लेटलेट्स का तुरंत इंतजाम करने को कहा गया जो उन्होंने उपलब्ध कराया। इसके बाद डाक्टरों ने बताया कि मरीज के दिमाग का ऑपरेशन कर दिया गया है। वह जल्दी ठीक हो जाएगा। लेकिन अगले दिन डाक्टरों ने बताया उनकी मौत हो गई। समस्त बिलों के भुगतान के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया।

अस्पताल को कुल 2, 90, 197 रुपये, अस्पताल के डाक्टरों द्वारा बाहर से मंगाई दवाइयों का 22, 297 एवं प्लेटलेट्स व खून की व्यवस्था हेतु 14, 070 रुपये का भुगतान किया गया।

परिवाद में जिक्र है कि सुधीर कुमार गोयल के इलाज संबंधी सभी रिकॉर्ड की प्रतियों की अस्पताल से मांग की गई। लेकिन उत्तराखंड सूचना आयोग की शरण लेने के बाद भी इलाज का पूर्ण रिकॉर्ड नहीं उपलब्ध कराया गया। अस्पताल ने नवंबर 2019 में जो कागज, टेस्ट रिपोर्ट व समरी उपलब्ध कराई उससे स्पष्ट प्रमाणित है कि जानबूझकर धन प्राप्त करने के लिए स्टेंट डाले गए। ब्रेन के ऑपरेशन में गंभीर लापरवाही की गयी। इस कारण मरीज की मौत हो गई।

सभी तर्कों को सुनने के बाद, ऊधमसिंह नगर जिला उपभोक्ता आयोग के पीठासीन अधिकारी/प्रभारी सदस्य सबाहत हुसैन खान ने परिवाद दर्ज करने एवं अस्पताल को नोटिस जारी करने का आदेश दिया।


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