बेटियां बचाने स्कूलों तक जाएंगे डीएम-एसएसपी
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में कागजी घोड़े नहीं दौड़ेंगे। बालिकाओं की सुरक्षा की खातिर डीएम व एसएसपी स्कूलों में अभियान चलाएंगे।
कंचन वर्मा, रुद्रपुर
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान में कागजी घोड़े नहीं दौड़ेंगे। योजना की सफलता को जिले में इसके लिए अभिनव पहल की गई है। व्यवस्था के तहत डीएम और एसएसपी जिलेभर के इंटर कालेजों में खुद बेटियों को जागरूक करेंगे। गिरते ¨लगानुपात पर चर्चा और साक्षरता की बात भी होगी। हर बालिका ब्रांड एंबेसडर बने, इसके लिए उनकी जिज्ञासा का समाधान भी किया जाएगा।
गिरते ¨लगानुपात से चिंतित केंद्र और प्रदेश सरकार का फोकस बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान पर है। अफसर भी अभियान में रुचि ले रहे हैं। ऊधम¨सहनगर में इसे परवान चढ़ाने के लिए अफसरों ने खास योजना तैयार की है। जिले के 23 हाईस्कूल-गर्ल्स कालेजों के साथ ही निजी कालेज भी इसमें शामिल किए गए हैं। 17620 बालिकाएं नई व्यवस्था से लाभान्वित होंगी। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत जिलेभर के अफसर इन स्कूलों में खुद बालिकाओं को जागरूक करेंगे। किशोर अवस्था में शरीर में होने वाले परिवर्तनों पर भी मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपनी बात रखेंगे। स्वच्छता के साथ ही ओपन डिस्कशन होगा। इस दौरान छठवीं से बारहवीं तक अपनी-अपनी क्लास में विशेष योग्यता प्राप्त बच्चों को प्रमाण पत्र भी दिए जाएंगे। प्रशासन का लक्ष्य मार्च तक इस योजना में बेहतर परिणाम लाना है। कुछ निजी संस्थाएं भी इसमें मदद कर रही हैं। कोशिश हर सप्ताह एक विद्यालय तक पहुंचने की है। ताकि निर्धारित समयावधि में लक्ष्य को पूरा किया जा सके। 11 अक्टूबर से इसकी शुरुआत भी कर दी गई है। इनसेट--------- पॉलीथिन और ड्रग के खिलाफ भी मुहिम
बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं के इस अभियान में पॉलीथिन और ड्रग के खिलाफ मुहिम भी शामिल है। नगर निगम के अधिकारी पॉलीथिन से होने वाले नुकसान तो पुलिस अधिकारी समाज में जहर घोल रहे ड्रग से शरीर को होने वाली क्षति को बालिकाओं के सामने रखेंगे। इसके साथ ही स्वच्छता अभियान और चाइल्ड व महिला हेल्प लाइन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। बालिकाओं की जिज्ञासा का समाधान भी अफसर करेंगे। इनसेट----------
स्वास्थ्य की जांच भी होगी
अफसरों की मौजूदगी में बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच भी की जाएगी। खून में हीमोग्लोबिन के लेबिल की जांच होगी। आयरन टेबलेट का वितरण और फ्री सेनेट्री नेपकिन भी दिए जाएंगे। 10वीं और 12वीं की बालिकाओं को नंदा गौरा योजना के फार्म का वितरण भी होगा। वर्जन----------
जिले की यह अभिनव पहल है। जिलाधिकारी के निर्देशन में इसके लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। हमारी कोशिश है कि मार्च तक जिले के 23 सरकारी हाईस्कूल व गर्ल्स इंटर कालेजों तक हम पहुंचें और बालिकाओं को जागरूक करें। हर बालिका ब्रांड एंबेसडर बने, प्रशासन की यही कोशिश है।
-अखिलेश मिश्रा, डीपीओ, ऊधम¨सहनगर