एक ही चिता पर पति-पत्नी के शवों का किया गया दाह संस्कार
पौढ़ी सड़क हादसे में असम रायफल्स के पीटीआइ इंस्पेक्टर, उनकी पत्नी और बेटे की मौत हो गई थी। श्मशान घाट पर एक ही चिता पर पति-पत्नी के शव का दाह संस्कार किया गया।
काशीपुर, उधमसिंह नगर [जेएनएन]: पौढ़ी में सड़क हादसे में हुई असम रायफल्स के पीटीआइ इंस्पेक्टर व पत्नी तथा बेटे की मौत हो गई थी। यहां पर लाये गए शवों को लाया गया। शमशान घाट पर एक ही चिता पर इंस्पेक्टर व उनकी पत्नी के शव का सैन्य सम्मान के साथ दाह संस्कार किया गया। बगल कि चिता पर बेटे के शव को भी मुखग्नि दी गई।
मूल रूप से ग्राम नहला, पोस्ट धुंआकोट नैनी डांडा पौढ़ी गढ़वाल सोहन सिंह रावत (42 वर्ष) पुत्र पान सिंह रावत परिवार के साथ छह साल से मोहल्ला शांतिनगर काशीपुर उधमसिंह नगर में रहते थे। वह 1996 से असम रायफल्स धीमापुर नगालैंड में पीटीआइ इंस्पेक्टर पद पर तैनात थे। वह गर्मी का अवकाश लेकर 25 जून को काशीपुर आये थे। 28 जून को वह अपनी पत्नी लक्ष्मी (36 वर्ष) बेटे अंकुश रावत (09) के साथ अपने गांव गए थे।
शनिवार को वह पत्नी तथा बेटे के साथ अपने ससुराल सेवाबड़ी गए थे। रविवार सुबह करीब सात बजे परिवार के साथ काशीपुर आने के लिए धुमाकोट से बस में सवार हुए। रास्ते में ग्वीन पुल के पास बस अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई। इसमें सोहन उनकी पत्नी लक्ष्मी तथा बेटे अंकुश सहित 48 लोगों की मौत हो गई।
शवों को सोमवार दोपहर वाहन से घर पर लाया गया। यहां से अर्थियां श्मशान घाट तक ले जाई गई, जहां पर एक ही चिता पर सोहन व उनकी पत्नी लक्ष्मी का शव रखा गया, जबकि बगल में चिता पर उनके बेटे अंकुश का शव रखा गया। सोहन की चिता पर सैन्य अफसरों ने तिरंगा से शव को लपेटकर सलामी दी। साथ ही पुष्प चक्र अर्पित किए। इसके बाद मृतक सोहन के बड़े भाई हयात सिंह ने चिताओं को मुखाग्नि दी। एक साथ चिताओं को जलते देख घाट पर मौजूद में गमगीन का माहौल हो गया।
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