भ्रष्टाचार नहीं होगा बर्दाश्त : सीएम
रुद्रपुर में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि भ्रष्टाचार किसी भी कीकत पर सहन नहीं किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : प्रदेश में भ्रष्टाचार किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि राज्य में किसी भी अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हुए तो सख्त कार्रवाई होगी। यह बातें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान कही।
नैनीताल रोड स्थित एक होटल सभागार में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार की सुबह आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिले में पानी की समस्या दूर करने के लिए तीन नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं। राज्य का इको सिस्टम मजबूत किया जाएगा। इसके अलावा कूड़े से बिजली बनाने की परियोजना पर काम चल रहा है। इससे प्रदेश को ऊर्जा के साथ-साथ रोजगार भी मिलेगा। बौर जलाशय के विकसित होने से पर्यटन को गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि कार्निवाल से देश की संस्कृति से लोग परिचित होते हैं। राज्य में एडवेंचर स्पोर्ट्स को विकसित किया जा रहा है इसके लिए अलग से विभाग भी बनाया जाएगा। राज्य में अप्रैल माह से वेलनेस समिट आयोजित की जाएगी। जिसमें कई राज्यों के लोग हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि देहरादून जहां पहले राष्ट्रीय स्तर पर 100वीं स्मार्ट सिटी था तो अब यह 19वें नंबर पर आ गया है। सरकार का प्रयास है कि देहरादून को पूरे देश में नंबर एक पर लाया जाए। देहरादून की ही तर्ज पर रुद्रपुर व काशीपुर को भी स्मार्ट सिटी बनाया जाएगा। वन निगम अध्यक्ष के चलते विभाग को 15 करोड़ 28 लाख का लाभ हुआ है। जब इमानदारी से कोई काम होता है तो उसका असर दूरगामी होता है। इससे पहले बैठक में कार्यकर्ताओं ने उनको तलवार देकर उनका स्वागत किया। बैठक में जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, विधायक राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, प्रेम सिंह राणा, वन निगम अध्यक्ष सुरेश परिहार, विवेक सक्सेना, राकेश सिंह, सुशील यादव, राधेश शर्मा, सुरेश कोली, ईश्वरी प्रसाद राठौर, बबलू सागर आदि मौजूद थे।
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मैंने एक बच्ची को लिया है गोद : रावत
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री आदर्श शिक्षा योजना से जिले के 528 विद्यालयों को जोड़ा गया है। ऐसे विद्यालयों में कार्यकर्ताओं को जाना चाहिए। गरीब वर्ग के बच्चे ऐसे विद्यालयों में पढ़ते हैं, उनके अभिभावकों से भी मिलना चाहिए। इसी बहाने हम उनके दुख तकलीफ भी सुन सकते हैं। देहरादून में हमारे विधायक कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों को गोद ले रहे हैं। मैने भी एक बच्ची को गोद लिया है। एक बच्चे को कुपोषण से मुक्ति दिलाना बड़ी बात होती है, जिसमें खर्चा कम, लेकिन संदेश बड़ा होता है। कार्यकर्ताओं को भी बच्चे गोद लेना चाहिए। जिसमें सिर्फ मॉनीटरिग करने की जरूरत है। बच्चों को राज्य सरकार की ओर से योजनाएं दी जा रही हैं, जिसका लाभ सही तरीके से पहुंचाने को सिर्फ ध्यान देना है। जिले के आठ सामुदायिक स्वास्थ केंद्रों को गोद लिया जा रहा है, शून्य बजट पर उसमें काम किया जाएगा। सरकार की कई घोषणाएं हैं, आप सिर्फ अखबार पढ़ते रहिए।