कॉलेज बंद, घर पर मिल रही डिजिटल क्लास
कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी स्कूल कॉलेज कोचिंग सेंटर बंद है।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी स्कूल कॉलेज, कोचिंग सेंटर बंद हैं। इससे छात्रों को अपनी पढ़ाई की चिंता सताने लगी थी, लेकिन अब उनकी यह चिंता डिजिटल क्लास ने दूर कर दी है। कुछ कोचिंग सेंटर व शैक्षणिक संस्थान अपने छात्रों का कोर्स अपडेट करने के लिए दिन में अलग-अलग विषयों की कक्षाएं वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये चला रहे हैं।
डिजिटल क्लास के जरिये पढ़ाई कराने के लिए स्कूल या कॉलेज प्रबंधन की ओर से विद्याíथयों या उनके अभिभावकों के मोबाइल पर एक लिक भेजा जाता है। एक बार में तकरीबन 20 छात्र आधे-आधे घंटे की क्लास में शामिल हो रहे हैं। काशीपुर में मीडिया संस्थान ने अपने पत्रकारिता कोर्स के साथ पीआर, एनिमेशन व फाइन आर्ट की क्लास डिजिटल प्लेटफार्म के जरिये जारी कर रही हैं। जिसमें अल्मोड़ा, रामनगर, काशीपुर, रुद्रपुर व हल्द्वानी के तकरीबन 150 छात्र-छात्राएं अपने कोर्स में अपडेट हैं।
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घर बैठे कोटा के शिक्षकों से पढ़ रहे छात्र
काशीपुर में सैकड़ों ऐसे छात्र हैं जो कोटा में रहकर इंजीनियरिग व मेडिकल की पढ़ाई करते हैं। कोरोना के चलते अपने घरों को लौट चुके इन छात्रों के लिए कोचिग संस्थान वीडियो कांफ्रेंसिंग व एप के जरिये तैयारी करा रही है। किसी प्रकार की दिक्कत के लिए शिक्षक उन्हें ऑनलाइन वाट्सएप व मैसेंजर के जरिये छात्रों के टच में बने हुए हैं।
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शिक्षक वर्क फ्रॉम होम के जरिये दे रहे क्लास
कोरोना के चलते संस्थान न जाकर शिक्षक अपने घरों से ही वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं। काशीपुर के एक मीडिया संस्थान में शिक्षक सतीश कांडपाल ने बताया कि आगामी 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में छात्रों को कोर्स अपडेट रखने के लिए प्रत्येक शिक्षक अपने विषयों से संबंधित आधे की डिजिटल क्लास ली जा रही हैं इसके जरिये हम लगभग 80 प्रतिशत से ज्यादा छात्रों तक पहुंच रहे हैं।
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लर्निग एप भी बच्चों के लिए बने मददगार
काशीपुर में अपने बच्चों को खेलकूद के साथ पढ़ाई में मन लगाने के लिए अभिभावकों ने विभिन्न एप के जरिये पढ़ाई जोड़े रखा है। लर्निग एप के जरिये नर्सरी से शुरू होकर बारहवीं क्लास तक के बच्चे इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त विभिन्न परीक्षा की तैयारी कराने वाले कोचिग सेंटर भी बच्चों को ऑनलाइन मैटेरियल मुहैया करा रहे हैं। इसमें वाट्सएप के जरिये लिक प्राप्त होने के बाद विद्यार्थी घर बैठकर ही तय समय पर इंटरनेट के जरिये सोशल मीडिया पर लिंक ओपन कर लेते हैं और सभी फाइलें पीडीएफ फार्मेट में बच्चों को उपलब्ध हो जाती हैं।
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वर्तमान समय में छात्रों का कोर्स समय से पूरा कराना हमारा लक्ष्य है। छात्र-छात्राएं अपने लक्ष्य से न भटके इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
-सतीश कांडपाल, शिक्षक ज्ञानार्थी मीडिया