आंदोलित श्रमिकों के परिजनों पर मुकदमा
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : कलक्ट्रेट में जुलूस निकाल पुलिस से नोकझोंक इंटार्क श्रमिकों को
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : कलक्ट्रेट में जुलूस निकाल पुलिस से नोकझोंक इंटार्क श्रमिकों को भारी पड़ गई। पुलिस ने इनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मुकदमे में 10 आंदोलनकारी महिलाएं नामजद हैं। 200 अज्ञात पर भी केस दर्ज किया गया है। उन पर सरकार का विरोध व नारेबाजी कर जनता को भड़काने का आरोप है। फिलहाल किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस के मुताबिक पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाएंगे।
सिडकुल की इंटार्क बि¨ल्डग प्रोडक्ट कंपनी के श्रमिक वेतन कटौती के खिलाफ बीते एक सप्ताह से आंदोलित हैं। शुक्रवार को श्रमिक और उनके परिजन जुलूस की शक्ल में नारेबाजी कर कलक्ट्रेट पहुंचे थे। कलक्ट्रेट में जुलूस और प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस ने जुलूस को रोकने का प्रयास किया। इससे श्रमिकों के परिजन भड़क गए और पुलिस से नोकझोंक हुई। मामला बिगड़ने पर रुद्रपुर और ट्रांजिट कैंप से भी पुलिस फोर्स पहुंच गई थी। हालांकि बाद में महिलाओं को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया था। इधर, मामले में शनिवार को सिडकुल चौकी प्रभारी केजी मठपाल ने जुलूस में शामिल पूर्णिमा सरकार, शीला देवी, निहारिका ¨सह, मीना नैनवाल, रूपा देवी, ममता, किरन सैनी, सविता मिश्रा, रेखा तिवारी और सरिता देवी समेत 200 श्रमिक और उनके परिजनों पर धारा 186, 188, 341, 147, 148, 504 व 7 सीएलए एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। इंसेट-
दोहरा चरित्र उजागर
श्रमिकों का आरोप है कि प्रशासन का दोहरा चरित्र है। पिछले दिनों कांग्रेसियों ने कलक्ट्रेट परिसर में धरना प्रदर्शन किया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई जबकि यह कार्यक्रम राजनीति से प्रेरित था। श्रमिक अपनी मांग को लेकर कलक्ट्रेट पहुंचे तो उन पर केस दर्ज कर दिया गया। उनका कहना है कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने और रखने का अधिकार है।