प्रकाश पर्व पर पंजाब सहित अनेक प्रांतों से बाजपुर पहुंचे प्रचारकों ने किया गुरुवाणी का यशगान
बाजपुर में दशमेश पिता सरबंस दानी श्रीगुरु गोविद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व पर पंजाब समेत अन्य प्रांतों से पहुंचे प्रचारकों ने किया गुरुवाणी का बखान।
संवाद सहयोगी, बाजपुर : दशमेश पिता सरबंस दानी श्रीगुरु गोबिद सिंह जी महाराज के प्रकाश पर्व पर मंगलवार को गुरुद्वारा साहिब में समागम का आयोजन किया गया। पंजाब सहित अनेक प्रांतों से आए प्रचारकों ने गुरुवाणी का यशगान किया।
अखंड पाठ के भोग के उपरांत गुरु रामदास दीवान हाल में कीर्तन करते हुए भाई दर्शन सिंह ने कहा कि माताएं जपुजी साहिब, सुखमणि साहिब, रहरास साहिब का पाठ करें तो उनकी संतान धर्म-कर्म को मानने वाली होगी, क्योंकि परिवार की संगत का बच्चे की सोहबत पर बहुत बड़ा असर होता है। तरनतारन पंजाब से आए भाई गुरविदर सिंह अनमोल के सुप्रसिद्ध ढ़ाडी जत्थे द्वारा गुरुवाणी का यशगान करते हुए कहा - रूप है अकाल दा जी लाल नौवें पातशाह दां, आया है पूरब आज गुजरी दे चंद दां..।
कथावाचक भाई राजेंद्र सिंह ने गुरु साहिब के परिवार की शहादत व युद्ध का वर्णन करते हुए कथा की। प्रभलीन कौर और रोशन सिंह ने कविता के जरिये गुरुजी के जीवन पर प्रकाश डाला। गुरुद्वारा सिंह सभा के अध्यक्ष सुखजीत सिंह पूनिया ने कहा कि हमारे गुरुओं ने नम्रता सिखाई है। हमारे गुरु घर सब धर्मों के लिए खुले हैं। इस दौरान संगत को लंगर का प्रसाद ग्रहण कराया गया। इस मौके पर गुरुद्वारा सिंह सभा सचिव बाज सिंह, स्वतंत्रता सग्राम सेनानी डा. अनूप सिंह, मंजीत सिंह पूनिया, दिलसरण सिंह टोटरपुरी, कुलवंत सिंह, हरदयाल सिंह, रणजीत सिंह, अवतार सिंह दोआवा, अजीत सिंह, डा. हंसा सिंह, हरवीर सिंह गिल, जगपाल सिंह, कुलदीप चौधरी, हरदयाल सिंह, अजीत सिंह मनचंदा आदि मौजूद थे।
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योद्धाओं ने दिखाए गतके के जौहर
नगर कीर्तन नहीं निकलने के कारण हरि सिंह नलुआ अखाड़े के योद्धाओं ने गुरुद्वारा साहिब में ही गतके के जौहर दिखाए। गुरु साहिब के शस्त्रों की प्रदर्शनी भी लगाई। युवाओं को गतके से जुड़ने के लिए प्रेरित किया गया ।