सच्ची मित्र होती हैं पुस्तकें : सारस्वत
खटीमा में बाल प्रहरी संस्थान के बाल कवि सम्मेलन में उपनिदेशक शिक्षा आकाश सारस्वत ने कहा कि पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र होती हैं।
संवाद सहयोगी, खटीमा : पुस्तकें हमारी सच्ची मित्र होती है, जो पुस्तकों से दोस्ती करता है, उसे हर जगह सम्मान मिलता है। यह बात उपनिदेशक शिक्षा आकाश सारस्वत ने कही।
बाल प्रहरी, बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा एवं ज्ञान विज्ञान समिति द्वारा संचालित आनलाइन बाल कवि सम्मेलन के दूसरे दिन का शुभारंभ उपनिदेशक शिक्षा सारस्वत ने किया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में अपने को अपडेट रखने के लिए हमें पुस्तकें पढ़ने की आदत बनानी होगी। उन्होंने कहा कि चिंतन-मनन के बाद ही कविता का जन्म होता है। इसके लिए हमें पाठ्यक्रम से अलग बाल साहित्य की पुस्तकें पढ़नी चाहिए। रविवार को कवि सम्मेलन में नोजगे पब्लिक स्कूल के यश बोहरा, अनुष्का, मयंक, महिमा, चांदनी, शैली, अबीरा, कार्तिक, रिया, सौरभ, तनुजा, धु्रव, आदित्य, स्नेही, भूमि, पलक, सिटी कांवेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के तनिष्क, प्रतिभा, गौरांशी, अभय महर, हिद पब्लिक स्कूल के धान्य अग्रवाल, चिन्मय सिंह, कार्तिक अग्रवाल, विधि, रुद्राक्ष, डायनेस्टी माडर्न गुरुकुल एकेडमी की पायल, दीपांशु गहतोड़ी, राणा प्रताप के सौरभ तिवारी समेत 36 बच्चों ने कविता पाठ किया।
अध्यक्ष मंडल में शामिल अभय महर, पलक धामी, सौरभ तिवारी एवं रुद्राक्ष अग्रवाल ने कविताएं पढ़ी। संचालन डायनेस्टी माडर्न गुरुकुल एकेडमी की कक्षा 9 की छात्रा पायल राना ने किया। इस दौरान बाल साहित्य संस्था के संपादक उदय किरौला, ज्ञान विज्ञान समिति के जिला सचिव नरेंद्र रौतेला, महेंद्र पांडे नंद, गोवर्धन यादव, ब्रजमोहन जोशी, शशि ओझा, मुन्नी तिवारी, करुणा पांडे, देव सिंह राना, प्रभा उनियान, गीता कन्नौजिया, प्रेम प्रकाश, महेश जोशी, नंदन भट्ट, वंदना राना, खुशी जोशी, आयुष गोस्वामी, मनोज गुणवंत, सुरेश ओली सहित कई शिक्षकों व अभिभावकों ने आनलाइन कविताएं सुनी।