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बाजपुर में बांबे व अपोलो अस्पताल सील

संवाद सहयोगी बाजपुर स्वास्थ्य व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को रामपुर रोड स्थित ि

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Oct 2019 11:33 PM (IST)Updated: Wed, 16 Oct 2019 06:17 AM (IST)
बाजपुर में बांबे व अपोलो अस्पताल सील
बाजपुर में बांबे व अपोलो अस्पताल सील

संवाद सहयोगी, बाजपुर : स्वास्थ्य व राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को रामपुर रोड स्थित निजी अस्पतालों में छापेमारी की। इस बीच अनियमितता मिलने पर बांबे व अपोलो अस्पताल को सील कर दिया।

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उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी शाहिद हुसैन अंसारी ने दोराहा-बाजपुर में रामपुर रोड स्थित बाबे, अपोलो व सिंह हॉस्पिटल में अनियमितता का आरोप लगाकर जांच की मांग की थी। इसके लिए उसने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कराई। इसे मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लेकर सीएमओ से जांच रिपोर्ट तलब कर ली।

इसी क्रम में मंगलवार को सीएमएस डॉ. खेमपाल सिंह व तहसीलदार जोगा सिंह की संयुक्त टीम पहले बाबे हॉस्पिटल में छापेमारी की। टीम के पहुंचते ही वहां मौजूद स्टाफ में भगदड़ मच गई। मरीज भी हट गए। जांच में टीम को बड़ी अनियमितता मिली। इस कारण हॉस्पिटल को सीज कर दिया गया।

इसके बाद टीम अपोलो हॉस्पिटल पहुंची। वहां अस्पताल संचालित नहीं मिला। हालांकि आईसीयू का पूरा सिस्टम लगा हुआ था। पूछताछ में बिल्डिग की रखवाली कर रहे एक युवक ने बताया कि कुछ दिन पहले ही बिल्डिग को खाली कर डॉक्टर यहां से चले गए हैं। ऐसे में टीम ने उसे भी सील कर दिया। सिंह हॉस्पिटल के बारे में बताया गया कि वह करीब एक माह पूर्व ही बंद हो चुका है।

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काम नहीं आया राजनीतिक दबाव

बांबे हॉस्पिटल में कार्रवाई के दौरान कुछ देर बाद वहां दो से तीन युवक पहुंच गए। उनमें से एक ने खुद को हॉस्पिटल का संचालक बताते हुए रजिस्ट्रेशन के कागजात दिखाए। लेकिन टीम ने जब किसी भी डॉक्टर के मौके पर मौजूद नहीं होने के बारे में पूछा तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। संचालक ने एक अन्य राजनीतिक व्यक्ति के माध्यम से टीम पर दबाव बनाने का प्रयास किया। लेकिन कुछ असर नहीं हुआ।

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कंपाउंडर ने माना अस्पताल में होते थे ऑपरेशन

टीम जैसे ही बांबे हॉस्पिटल के सामने रुकी तो वहंा स्टाफ सकते में आ गया। टीम ने अंदर बेड पर लेटे एक युवक से पूछताछ की तो वह शुरुआत में खुद को मरीज बता दवा लेने आने की बात कहने लगा। लेकिन बाद में उसने खुद को अस्पताल का कंपाउंडर बताया। पता चला कि एक वर्ष से केवल मरीजों की देख-रेख व इंजेक्शन लगाने का काम करता है। बताया कि अस्पताल में ऑपरेशन किए जाते थे।

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तो किया जा रहा था गर्भपात

बाबे हॉस्पिटल में छापेमारी के दौरान गर्भपात कराने की भी बात सामने आई। सीएमएस डॉ. खेमपाल सिंह व तहसीलदार जोगा सिंह ने बताया कि अस्पताल की दूसरी मंजिल पर एक कक्ष है, जहां से प्राप्त हुई सामग्री से गर्भपात कराने की बात सामने आई। वहां से कुछ औजारों को भी टीम ने कब्जे में लिया है।

--------------------------अस्पताल संचालक से भिड़ा युवक, हाथापाई

संयुक्त टीम अस्पताल को सील कर ही रही थी कि वहां मुड़िया पिस्तौर निवासी युवक युसूफ अली पहुंचा। जोर-जोर से चिल्लाते हुए अस्पताल संचालक पर भोली-भाली जनता के जीवन से खिलवाड़ करने का आरोप लगाने लगा। उसका कहना था कि अस्पतालों में केवल लूट हो रही थी। युसूफ की अस्पताल संचालक से भी तीखी झड़प हो गई। नौबत हाथापाई तक जा पहुंची। तहसीलदार जोगा सिंह ने किसी तरह से दोनों को शांत कराया।


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