आशा कार्यकर्ताओं ने किया कार्य बहिष्कार
मांगों को लेकर उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चली गई।
जागरण टीम, बाजपुर/किच्छा : मांगों को लेकर उत्तराखंड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर चली गई। यूनियन के लोगों ने सोमवार को सीएचसी परिसर धरना-प्रदर्शन कर आक्रोश जताया।
आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि लंबे समय से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की तर्ज पर व न्यूनतम वेतन के बराबर मानदेय देने, ईएसआइ का स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने आदि मांग की जा रही है। मानदेय के नाम पर कुछ भी नहीं दिया जा रहा है। उनका इंसेंटिव भी नहीं बढ़ाया जा रहा है। आठ मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आशाओं को 10 हजार रुपये प्रोत्साहन देने की घोषणा की थी, लेकिन अभी तक वादा पूरा नहीं हुआ। धरना प्रदर्शन करने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष रीता कश्यप, रेखा यादव, रजनी, शोभा देवी, सत्यवती, जशोदा, मनैती देवी, बीना सक्सेना, रूपकिशोरी, मीना दिवाकर, सरोज कौर, मनोज, अनीता, सुरेंद्र कौर, ऊषा रानी मौजूद थी।
इधर किच्छा में किच्छा 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ताओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में धरना दे नारेबाजी की। कांग्रेस ने भी आशा कार्यकर्ताओं को समर्थन दे सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कांग्रेस प्रदेश महामंत्री हरीश पनेरु, प्रदेश सचिव संजीव सिंह, वरिष्ठ नेता सुरेश पपनेजा ने आशाओं के सुर में सुर मिलाते हुए सरकार से उनकी मांगे पूरी करने की मांग की। विधायक राजेश शुक्ला भी आशा कार्यकर्ताओं के धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने उनकी मांग को मुख्यमंत्री के सामने रखने का भरोसा दिलाया। एसडीएम एनसी दुर्गापाल ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर आशा कार्यकर्ताओं से संयम रखने की अपील की। इस मौके पर बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ता मौजूद रहीं।