Amritpal Singh: क्या उत्तराखंड में छुपा बैठा है भगोड़ा अमृतपाल? नेपाल बॉर्डर सील कर तलाश में जुटी APF और SSB
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के उत्तराखंड में होने की संभावना को लेकर अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर अमृत पाल के पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं।
रुद्रपुर, जागरण संवाददाता: ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह के उत्तराखंड में होने की संभावना को लेकर अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर सील कर दिए गए हैं। साथ ही सार्वजनिक स्थलों पर अमृत पाल के पोस्टर चस्पा कर दिए गए हैं। पूर्व खालिस्तान समर्थकों पर भी नजर रख पता किया जा रहा है कि कुछ दिनों में वह किसी अनजान से तो नहीं मिले। इसके लिए खुफिया एजेंसी सक्रिय कर दिए गए हैं।
‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के नेपाल के रास्ते विदेश भागने की आशंका को लेकर बीते दिनों पुलिस ने अलर्ट घोषित करते हुए नेपाल बॉर्डर पर चेकिंग शुरू कर दी थी। इसके लिए पुलिस नेपाल एपीएफ एवं एसएसबी के साथ कॉम्बिंग कर रही है।
उत्तराखंड की ओर निकलने की सूचना
बताया जा रहा है कि इस बीच खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पंजाब से निकलकर 19 मार्च को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद कस्बे के सिद्धार्थ कॉलोनी में लाडवा एसडीएम कार्यालय के क्लर्क के मकान में रुका था। इसके बाद 21 मार्च की रात को ही वह वहां से निकल गया था, जिसके बाद हरजिंदर ने सरेंडर कर दिया था। इस दौरान पता चला कि अमृतपाल उत्तराखंड की ओर निकल गया है।
इस सूचना के बाद उधम सिंह नगर पुलिस ने पड़ोसी देश नेपाल से जुड़े बॉर्डर के साथ ही बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत बॉर्डर सील कर दिया है। साथ ही पुलिस और पीएसी तैनात कर आने जाने वाले की चेकिंग शुरू कर दी है। इसके अलावा फरार अमृत पाल सिंह के पोस्टर भी उधम सिंह नगर पुलिस ने सार्वजनिक स्थल पर चस्पा कर दिया गया है।
नेपाल पुलिस को भी दिए पोस्टर
जिले के रेलवे, बस स्टेशन के साथ ही बाजार क्षेत्र में पुलिस ने पोस्टर चस्पा किए हैं। इसके अलावा अमृतपाल सिंह के पोस्टर नेपाल एपीएफ को भी दिए गए है। साथ ही नेपाल एपीएफ से अमृत पाल से जुड़ी हर सूचना साझा की गई है, ताकि नेपाल में उसके होने की आशंका पर उसकी गिरफ्तारी की जा सके।
नेपाल को जाने वाले चोर रास्तों पर भी नजर
रुद्रपुर। उधम सिंह नगर की सीमा से सटे पड़ोसी देश नेपाल की सीमाएं पूरी तरह से खुली हुई है। इसके अलावा कई ऐसे गोपनीय रास्ते हैं। जहां से आसानी से लोग इधर-उधर आ जा सकते हैं। कॉम्बिंग गश्त के दौरान नेपाल आने-जाने वाले लोगों से पूछताछ भी की गई। साथ ही नेपाल सीमा से सटे जंगलों में रहने वाले लोगों को अलर्ट करते हुए संदिग्धों की सूचना तत्काल पुलिस को देने की अपील की गई।
बाजपुर, काशीपुर, सितारगंज और नानकमत्ता में बढ़ाई फोर्स
जिले में पूर्व में कई बार खालिस्तानी समर्थक प्रकाश में आ चुके हैं। इसे देखते हुए जिले के काशीपुर, जसपुर, बाजपुर, कुंडा, गदरपुर, रुद्रपुर, किच्छा, सितारगंज, नानकमत्ता और खटीमा में पुलिस और पीएसी फोर्स में बढ़ोतरी कर हर गतिविधि पर नजर रखने को कहा गया है।
इन्होंने कहा…
उधम सिंह नगर एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि जिले के उत्तर प्रदेश के साथ ही नेपाल से जुड़े बॉर्डर सील किए गए है। चोर रास्तों पर भी नजर रखी जा रही है। अमृत पाल सिंह के पोस्टर भी सार्वजनिक स्थल पर चस्पा किए गए है। जिले के हर सर्किल के सीओ की अगुआई में पुलिस और खुफिया एजेंसी को भी लगाया गया है।