पराली के धुएं से मुक्ति दिलाएंगे कृषि यंत्र
हर साल धान की फसल कटाई के बाद पराली जलाने से हो रही परेशानी से कृषि यंत्र निजात दिलाएंगे।
ज्ञानेंद्र कुमार शुक्ल, रुद्रपुर
हर साल धान की फसल कटाई के बाद पराली जलाने से हो रही समस्याओं के निदान पर कृषि विभाग ने गंभीरता दिखाई है। इसके लिए बीते दिनों राज्य व केंद्र सरकार के बीच ठोस उपाय पर सहमति बनी। इसके तहत केंद्र की इनसीटू (खेत में ही) मैनेजमेंट यंत्रीकरण योजना का लाभ अब जिले के किसानों को भी मिलेगा। इसके लिए विभाग ने केंद्र को तीन करोड़ 70 लाख रुपये के बजट का प्रस्ताव भेज दिया है।
योजना के तहत तीन करोड़ 70 लाख रुपये का उक्त बजट मंजूर हुआ तो कृषि विभाग इस मद से किसानों के लिए आधुनिक कृषि यंत्र अनुदान पर उपलब्ध कराएगा। इनकी सहायता से किसान पराली को अपने ही खेतों में ईको फ्रेंडली तरीके से नष्ट कर सकेंगे। किसानों को अनुदान पर कृषि यंत्र बांटे जाएंगे। अनुदान की राशि का निर्धारण बजट मिलते ही किया जा सकेगा। इंसेट :::
हर न्याय पंचायत में 10 किसानों का बनेगा ग्रुप विभाग की तरफ से प्रस्ताव के बाद योजना को लागू करने के लिए जो शर्तें हैं, उनके अनुसार हर न्याय पंचायत स्तर पर 10 किसानों का ग्रुप बनेगा। इनको ही कृषि यंत्रों का वितरण किया जाएगा। योजना में कुल 27 न्याय पंचायतें हैं। इनमें उन्नतशील किसानों को शामिल करने की कार्रवाई जल्द पूरी होगी। केंद्र की यह योजना पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश व दिल्ली में संचालित की जा रही है। इंसेट ::::
इन उन्नत कृषि यंत्रों का होगा वितरण मुख्य जिला कृषि अधिकारी डॉ. अभय सक्सेना ने बताया कि योजना में जिन उन्नत कृषि यंत्रों का वितरण किया जाना है, उनमें मल्कट, रिवर्सिबल मोल्ड प्लाऊ, राइस बेलर शामिल हैं। कृषि अधिकारी ने बताया कि योजना में उन किसानों को शामिल किया जाएगा, जो जनजागरूकता अभियानों में लगातार सक्रिय हैं।