संयुक्त मजिस्ट्रेट ने मिलने से मना किया तो वकीलों ने किया हंगामा
काशीपुर बार चैंबर्स के जीर्णोद्धार के संबंध में संयुक्त मजिस्ट्रेट ने मिलने से मना किया तो वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बेमियादी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर दिया।
उधमसिंह नगर, जेएनएन। काशीपुर बार चैंबर्स के जीर्णोद्धार के संबंध में संयुक्त मजिस्ट्रेट ने मिलने से मना किया तो वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने बेमियादी न्यायिक कार्यों का बहिष्कार कर कोर्ट परिसर में प्रदर्शन कर रोष जताया। साथ ही अल्टीमेटम दिया कि यदि तीन दिन में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।
कोर्ट परिसर में कुछ चैंबर टीनेशैड के नीचे चल रहे हैं। जो खराब स्थिति में हैं। इनका जीर्णोद्धार कराने के लिए बार एसोसिएशन ने अपने बजट से योजना बनाई। एसोसिएशन ने टीनशैड को गिराकर काम शुरू कराया तो उसी दिन संयुक्त मजिस्ट्रेट ने मौके पर पहुंचकर निर्माण रुकवा दिया।
वकीलों ने अपर जिलाधिकारी के नौ जनवरी 2006 के आदेश पत्र को दिखाते हुए कहा कि सिंचाई विभाग की ग्राम जसपुर खुर्द में 0.130 हेक्टेयर जमीन थी। जो काशीपुर बार चैंबर्स को निश्शुल्क हस्तांतरित की गई है।
इस मामले में संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अपने कार्यालय में वकीलों को वार्ता के लिए बुलाया था। दोपहर जब वकील संयुक्त मजिस्ट्रेट से मिलने गए तो जेएम ने अवकाश पर रहने की बात कहकर मिलने से मना कर दिया। इस पर वकील भड़क गए और उन्होंने अनिश्चतकालीन न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन किया।
साथ ही चेताया कि यदि तीन दिन में समस्या का समाधान नहीं किया गया तो लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे। उन्होंने प्रशासन पर मनमानी व हिटलरशाही का आरोप लगाया। कहा कि संयुक्त मजिस्ट्रेट ने धमकी दी है कि यदि निर्माण हुआ तो वकीलों पर मुकदमा दर्ज करया जाएगा।
कहा कि 600 वकील हैं। पूरा परिवार चुनाव का बहिष्कार करेगा। प्रशासन का रवैया ठीक नहीं है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रदर्शन करने वालों में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेंद्र तुली, गिरजेश खुल्बे, नरेश कश्यप, शैलेंद्र मिश्रा, उमेश जोशी, आलोक माथुर, रहमत अली, महावीर सिंह, वीरेंद्र चौधरी, कमर नईमम सिद्दीकी, ओमप्रकाश अरोरा, कश्मीर सिंह, सचिन नाडिंग, पवन, मोहम्मद हनीफ, जयनंदन अग्रवाल आदि शामिल थे।
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