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मंडी में आए 40 हजार कुंतल धान पर नहीं काटा 9 आर

किच्छा में मंडी में आए धान की प्रवेश पर्ची कट गई विश्वास में लेकर व्यापारी ने 9 आर प्रपत्र काटने को कहा उसके बाद धान खरीदने से ही मुकर गए।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Oct 2020 10:57 PM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 05:10 AM (IST)
मंडी में आए 40 हजार कुंतल धान पर नहीं काटा 9 आर
मंडी में आए 40 हजार कुंतल धान पर नहीं काटा 9 आर

जागरण संवाददाता, किच्छा : मंडी में आए धान की प्रवेश पर्ची कट गई, विश्वास में लेकर व्यापारी ने 9 आर प्रपत्र काटने को कहा, उसके बाद धान खरीदने से ही मुकर गए, जबकि धान का मंडी में कांटा है और उसकी पर्ची भी कटी। सभापति ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। जांच के बाद दोषी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।

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बेमौसमी धान की फसल के दौरान मंडी में 40 हजार क्विटल धान की फसल व्यापारी के माध्यम से मंडी में खरीदी गई। आने वाली फसल की प्रवेश पर्ची भी काटी गई और उसकी मंडी के कांटे पर तौल भी करवाई गई। उसके बाद मंडी के रजिस्टर में हस्ताक्षर करने का समय आया तो व्यापारी ने हस्ताक्षर 9 आर काट कर करने की बात पर मंडी कर्मियों को विश्वास में ले लिया। पर बाद में व्यापारी ने जब 9 आर प्रपत्र नहीं काटा तो मंडी कर्मियों ने जब उनसे संपर्क किया तो वह धान खरीदे जाने से ही साफ मुकर गए। जबकि मंडी में धान लाने की प्रवेश पर्ची से कांटे की तौल और सबसे बड़ा प्रमाण वहां पर सीसीटीवी फुटेज भी मौजूद है।

मामला सामने आने पर सभापति कमलेंद्र सेमवाल के निर्देश पर सचिव मंडी समिति विनोद लोहुमी ने जांच कमेटी गठित कर दी। कमेटी अपनी जांच कर रही है। पांच दिन बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट सभापति को सौंपेगी। जिसके बाद वैधानिक कार्रवाई से लेकर लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई की संभावना बताई जा रही है।

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ये है तीन सदस्यीय कमेटी

मंडी समिति सभापति द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच टीम में मंडी समिति कर्मचारी नीरज पांडे, शोएब खान व गोविद गोस्वामी शामिल है।

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मामला गंभीर था, जिसके चलते जांच समिति गठित की गई है। इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सभी कार्रवाई के विकल्प खुले रखे गए है। दोषी के खिलाफ कार्रवाई को लेकर भी मंडी एक्ट में दिए प्रावधानों के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। इससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।

- कमलेंद्र सेमवाल, सभापति मंडी समिति किच्छा


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