बारिश से 43 गांवों में मंडराया बाढ़ का संकट
जागरण संवाददाता, सितारगंज : पहाड़ों पर हो रही बारिश से क्षेत्र की पांच नदियां उफान पर
जागरण संवाददाता, सितारगंज : पहाड़ों पर हो रही बारिश से क्षेत्र की पांच नदियां उफान पर हैं। 43 गांव में बाढ़ का संकट मंडराने लगा है। कैलाश नदी ने भू कटाव करके खेती की जमीन निगलने लगी है। बीते चौबीस घंटे में नदी ने आधा दर्जन से अधिक किसानों की जमीन को काट कर पानी में मिला दिया है। फसल के साथ खेत का वजूद मिटने से काश्तकार निराश हो गए हैं।
क्षेत्र में बहने वाली कामन, देवहा, सूखी, कैलाश व बैगुल नदियों का जलस्तर लगातार हो रही बारिश से बढ़ने लगा है। जल स्तर बढ़ने से 43 गांव की पचास हजार आबादी की नींद उड़ गई है। जलस्तर बढ़ने से नदियों का पानी गांवों में घुसने लगा है। सबसे अधिक खतरा कैलाश नदी से बन चुका है। इस नदी ने उफान पर आकर रसोइयापुर में जबरदस्त भूकटाव किया है। नदी ने नदीम अहमद की एक एकड़, अफजाल की चार बीघा, शकील की तीन बीघा, वकील की एक एकड़, अर्जुन सिंह की तीन बीघा और खलील अहमद की तीन बीघे में लगी घान की फसल को निगल लिया है। जहां खेत थे वहां भूकटाव के बाद बर्बादी नजर आ रही है। चीकाघाट, बिज्टी में खेतों को नदी ने जलमग्न कर दिया है। नदी के प्रकोप से परेशान ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। बैगुल नदी ने भी उफान पर आकर गांवों को जलमग्न करना शुरू कर दिया है। वही एसडीएम निर्मला बिष्ट ने बताया कि बाढ़ से बचाव की पूरी तैयारियां है। नदियों के जलस्तर की निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि भूकटाव रोकने के प्रबंध किए जाएंगे।