400 बीघा गेहूं की फसल जलमग्न
संवाद सूत्र, मझोला: सिंचाई विभाग द्वारा नानकसागर जलाशय से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत स्थित डून
संवाद सूत्र, मझोला: सिंचाई विभाग द्वारा नानकसागर जलाशय से उत्तर प्रदेश के पीलीभीत स्थित डूनी डैम बैराज को अत्यधिक पानी छोड़े जाने से उत्तराखंड के दाह ढाकी गांव में करीब 400 बीघा गेहूं की फसल जलमग्न हो गई है। जल्द पानी न रोके जाने पर फसल के बर्बाद होने का खतरा मंडराने लगा है।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जनपद में स्थित डूनी डैम में नानकसागर के साथ ही शारदा व देवहा नदी का पानी भी छोड़ा जाता है। इस वर्ष अभी तक नहरों की सफाई नहीं हो सकी है। ऐसे में मंगलवार को सिंचाई विभाग ने नानकसागर से डूनी डैम को अत्यधिक पानी छोड़ दिया। ऐसे में सिल्ट जमी होने के कारण नहर ओवरफ्लो हो गई। फलस्वरूप छोड़ा गया पानी दाह ढाकी गांव के कि सानों के गेहूं के खेतों में भर गया। करीब 400 बीघा गेहूं की फसल जलमग्न होने के कारण बर्बाद होने की कगार पर है। इससे नाराज ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस बीच मझोला की ग्राम प्रधान जयदेवी ने जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर डॉ. नीरज खैरवाल व एसडीएम विजयनाथ शुक्ल को मोबाइल पर पूरी स्थिति की जानकारी दी। साथ ही डैम से पानी रोके जाने की मांग की।
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दाह ढाकी के ग्रामीणों का तहसील में प्रदर्शन
-एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
चित्र परिचय-18केटीएमपी 8 संवाद सहयोगी,खटीमा : नानकसागर डैम से छोड़े गए पानी से गेहूं की फसल के जलमग्न होने से नाराज दाह ढाकी के ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन किया। उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर पानी रोके जाने की मांग की।
दाह ढाकी के ग्रामीण मंगलवार को तहसील पहुंचे। जहां उन्होंने प्रदर्शन कर एसडीएम विजयनाथ शुक्ल को ज्ञापन सौंपा। उनका कहना था कि बिना पूर्व सूचना के सिंचाई विभाग ने डैम से अत्यधिक पानी छोड़ दिया। जिससे उनकी फसल डूब गई है। साथ ही घरों में भी पानी घुस आया है। उनके मवेशी बांधने के स्थान पर भी पानी भरा हुआ है। यही स्थिति रही तो उनकी फसल को भारी नुकसान पहुंचेगा। इस पर एसडीएम ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता कर समस्या के निराकरण का भरोसा दिलाया। इस मौके पर गुरजीत सिंह, करतार सिंह, करन गिल, मलकीत सिंह, जमालुद्दीन, रहीम, मो.खालिद, रोशन लाल, काला सिंह आदि मौजूद थे।