नैनीताल बैंक के लॉकर से 40 लाख के जेवरात गायब
जागरण संवाददाता काशीपुर नैनीताल बैंक के लॉकर से 40 लाख रुपये के जेवरात गायब होने का
जागरण संवाददाता, काशीपुर : नैनीताल बैंक के लॉकर से 40 लाख रुपये के जेवरात गायब होने का मामला सामने आया है। आरोप है कि लॉकर की चाबी खो जाने पर बैंक कर्मियों ने महिला को बैंक में बुलाया। जहां लॉकर को खोलने पर उसमें रखे जेवरात गायब मिले। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
यहां कविनगर निवासी सुमन नेगी पत्नी पंकज नेगी ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि उसका एक संयुक्त बचत खाता रामनगर रोड स्थित नैनीताल बैंक की शाखा में है। जिसका लॉकर संख्या 121 सुमन के नाम से आवंटित है। जो कि 15 वर्ष से चला आ रहा है। सुमन का कहना है कि 23 मई को बैंक द्वारा जारी चाबी कहीं खो गई थी। 24 मई को बैंक ने गुम हुई चाबी के संदर्भ में उनसे एक शपथ पत्र लिया था और आश्वस्त किया था कि दो-तीन दिन में डुप्लीकेट चाबी दे दी जाएगी। आरोप है कि चार जून को बैंक द्वारा उन्हें फोन कर बैंक आने की सूचना दी गई। जब वह बैंक पहुंची तो उसे चाबी न देकर मैनेजर के सामने लॉकर खोला गया। इस दौरान उनका लॉकर खाली था। महिला का आरोप है कि बैंक कर्मियों ने जबरदस्ती शपथपत्र पर यह लिखवाया गया कि उनके सामने लॉकर खोला गया है। उसमें कोई सामान नहीं है। आरोप है कि कुछ देर बाद बैंक कर्मियों ने शपथ-पत्र में लॉकर खोलने की जगह लॉकर तोड़ने के बारे में लिखवाया गया।
सुमन ने बताया कि लॉकर में सोने के दो हार, चार झुमके, सोने की दो चैन, सोने की पौंजी, एक नथनी, एक मंगलसूत्र, सोने के छह कड़े, चांदी की दो कटोरी, एक हजारा पायल, सोने की दो अंगूठी रखी थीं। बताया कि सभी आभूषण करीब 35 साल पुराने हैं। जिनकी वर्तमान कीमत करीब 40 लाख रुपये है। इस संबंध में जब बैंक मैनेजर एके अग्रवाल से पूछा गया तो उन्होंने आउट ऑफ स्टेशन होने की बात कहकर ऑपरेशन मैनेजर गौरव जोशी से जानकारी लेने की बात कही। ऑपरेशन मैनेजर से बात हुई तो उन्होंने कहा कि लॉकर की जिम्मेदारी ग्राहक की होती है। जिसके बाद उन्होंने बैंक मैनेजर की अनुपस्थिति बताकर ऑफिशियल वर्जन देने से मना कर दिया।
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:::::: इनसेट
बैंक से राजीनामा न करने को दी गई धमकी
पीड़िता सुमन नेगी ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि घटना के बाद उनके पास किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। जिसने बैंक से समझौता करने का दबाव बनाया। पीड़िता ने तहरीर में उस अज्ञात व्यक्ति का नंबर लिखकर दिया है। साथ ही कार्रवाई की मांग की है।
----------------- ये है बैंक लॉकर की प्रक्रिया
बैंक लॉकर के जानकारों के अनुसार यदि कोई ग्राहक बैंक लॉकर में कुछ सामान रखना चाहता है तो उसे पहले लॉकर इश्यू कराना होता है। जिसके बाद लॉकर को खोलने के लिए पहले ग्राहक की चाबी का प्रयोग किया जाता है। दूसरी बैंक की चाबी होती है। लॉकर खुलने के बाद ग्राहक को लॉकर रूम में छोड़ दिया जाता है। वह अपना सामान रखकर लॉकर को अकेले ही बंद कर सकता है। जानकारी के अनुसार यदि लॉकर की चाबी खो जाती है तो लॉकर को तोड़कर दूसरा ताला ही लगता है। लॉकर की डुप्लीकेट चाबी नहीं लगाई जा सकती है।
=========== :::::::वर्जन-
मामले में तहरीर मिली है। महिला ने बैंक लॉकर से 40 लाख रुपये के जेवरात गायब होना बताया है। इस संबंध में बैंक लॉकर से सामान निकालने की प्रक्रिया की जानकारी ली जा रही है। साथ ही लॉकर रूम तक जाने वाले सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है।
-तपेश कुमार चंद्र, प्रभारी कोतवाल काशीपुर
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