झोपड़ी में संचालित ढाबे में लगी आग, हजारों का नुकसान
सुल्तानपुरपट्टी में हाईवे किनारे झोपड़ी में संचालित ढाबे में आग लग गई जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया।
संवाद सूत्र, सुल्तानपुरपट्टी : हाईवे किनारे झोपड़ी में संचालित ढाबे में आग लग गई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। इस बीच ढाबा स्वामी ने किसी तरह झोपड़ी से बाहर निकलकर जान बचाई।
नगर पंचायत सुल्तानपुरपट्टी की सीमा से सटे ग्राम पिपलिया में एक फैक्ट्री के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग-74 किनारे झोपड़ी में ग्राम च्वालापुर निवासी तेजपाल ढाबा चलाता है। शनिवार सुबह करीब साढ़े 9 बजे अचानक ढाबे में आग भड़क गई जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। अंदर मौजूद ढाबा स्वामी तेजपाल ने बमुश्किल बाहर भागकर जान बचाई। आसपास के लोगों व राहगीरों की मदद से किसी तरह आग पर काबू पाया जा सका। अग्निकांड में करीब 10 हजार रुपये के नुकसान की बात कही जा रही है। तेजपाल पिछले कई वर्षो से ढाबा संचालित कर परिवार का भरण-पोषण करता है।
उधर बाजपुर में दो बच्चों के साथ मायके से ससुराल जाने के लिए निकली महिला रहस्यमय ढंग से रास्ते से गायब हो गई। तीन दिन बाद भी जब वह घर नहीं पहुंची तो स्वजनों द्वारा कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। नगरपालिका के वार्ड नंबर-पांच मोहल्ला मुड़िया पिस्तौर निवासी तार हुसैन पुत्र कादर बख्श ने कोतवाली में दी तहरीर में कहा है कि उसकी पुत्री हिना अपने दो बच्चों रहमान व शबाना को लेकर पिछले दो माह से मायके आई हुई थी। वह 17 फरवरी को सुबह 10 बजे बरेली स्थित ससुराल जाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन तीन दिन बीतने पर भी ससुराल नहीं पहुंची। इस पर रिश्तेदारी व जान पहचान वालों से संपर्क किया गया लेकिन उसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई। तहरीर में यह भी कहा है कि हिना का मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। वहीं पुलिस ने तहरीर के आधार पर गुमशुदगी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।