मील का पत्थर साबित हो रहीं सहकारिता की योजनाएं: रावत
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने शनिवार को आंचल के उत्पादों का शुभारंभ किया।
संवाद सहयोगी, खटीमा : नेशनल कॉपरेटिव डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनसीडीसी) के तहत डेरी विभाग में सात सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। बीस हजार दुधारु पशु प्रदेश के किसानों को दिए जा रहे हैं। सात हजार लोगों को तीन और पांच गाय की डेरी दे रहे हैं, जिसमें 25 से लेकर पचास प्रतिशत का डिस्काउंट है। इन योजनाओं के जरिए सरकार किसानों, बेरोजगारों, नौजवानों, प्रवासियों को रोजगार देगी। यह योजनाएं मील का पत्थर साबित होंगी। यह बात सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने प्रतापपुर गांव में आंचल का रसगुल्ला-गुलाबजामुन व इम्युनिटी बूस्टर प्लांट के शुभारंभ के मौके पर कही।
सहकारिता मंत्री रावत शनिवार को प्रतापपुर पहुंचे फिर उत्तराखंड बीज विकास एवं प्रमाणीकरण के अध्यक्ष राजवीर सिंह के फार्म पर पहुंचे। जहां उन्होंने रसगुल्ला और गुलाब जामुन के प्लांट का निरीक्षण कर शुभारंभ किया। कहा सरकार ने डेरी पालकों और बेरोजगारों के लिए डेरी सेक्टर में बड़ा कमा किया है। डेरी विभाग प्रत्येक डेरी पालक को चार रुपये प्रोत्साहन राशि दे रहा है। आधे रेट पर हम साइलेस और पशु आहार किसानों को दे रहे हैं। सरकार किसान की आय दोगुनी-तिगुनी करने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार डेयरी के माध्यम से लोगों को अधिक से अधिक रोजगार देने का प्रयास कर रही है। सरकार का जो लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करने का है, वह पूरा होगा। विधायक पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश का यह पहला प्लांट लगा है, जो गौरव की बात है। सहकारिता की योजना ग्रामीण लोगों को सृजित करने का काम करेगी। नानकमत्ता विधायक ने कहा कि आंचल ने अपनी अलग पहचान बनाई है। निश्चित रूप से किसानों की आय दोगुनी से अधिक होगी। दुग्ध संघ के अध्यक्ष अर्जुन रौतेला ने कहा कि संघ किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत करने का काम कर रही है। उन्होंने अतिथियों का स्वागत किया।
इस मौके पर राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल, भाजपा महामंत्री हिमांशु बिष्ट, टीवीएस अध्यक्ष गोपाल बोरा, नंदन सिंह खड़ायत, रंदीप पोखरिया, गणेश ठकुराठी, भुवन जोशी, कैलाश मनराल, दुग्ध संघ के प्रधान प्रबंधक संजय डिमरी, बलवंत सिंह खड़ायत आदि मौजूद थे।