काम बंद होने पर घरों को पैदल निकले मजदूर
रुद्रपुर में लॉकडाउन के बाद काम बंद होने पर श्रमिक पैदल ही घरों की ओर निकल पड़े हैं।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : प्रदेश में लॉकडाउन के बाद बड़ी संख्या में दूसरे प्रदेशों से आए मजदूरों व परिवार अपने मूल निवास की तरफ पलायन करने लगे हैं। यह समस्या पहाड़ पर अधिक नजर आ रही है। नैनीताल स्थित जीडी गोयनका कॉलेज में बन रहे 250 केवीए के सोलर प्लांट में काम करने वाले आधा दर्जन से अधिक मजदूरों ने रविवार को कालेज कैंपस स्थित हॉस्टल को छोड़ दिया। इन सभी का कहना था कि यहां पर कुक के चले जाने के बाद खाने का कोई इंतजाम नहीं रह गया था। यह सभी एक ट्रक से दोपहर करीब 12 बजे रुद्रपुर पहुंचे।
पड़ोसी उत्तर प्रदेश से आकर रुद्रपुर, नैनीताल सहित हल्द्वानी में काम कर रहे बड़ी संख्या में मजदूरों व उनके परिवारों का पलायन शुरू हो गया है। इसके पीछे कहीं न कहीं समय पर भोजन की उपलब्धता न हो पाना मूल कारण है। नैनीताल में जीडी गोयनका कॉलेज में बन रहे सोलर प्लांट में काम करने वाले मजदूरों के सामने भी जब खाना खाने की समस्या आई तो उन्होंने रविवार को कॉलेज कैंपस स्थित हॉस्टल छोड़ दिया और ट्रक से रुद्रपुर जा पहुंचे। इन मजदूरों में शामिल मेरठ निवासी आशु कुमार, सचिन कुमार, रोहित, धरमवीर, रजनीश, कपिल व अंकित ने बताया कि वहां बीते दो दिनों से कुक के गांव चले जाने के बाद भोजन की समस्या आ गई। उनके पास लॉकडाउन की स्थितियों में कुछ भी नहीं था कि वह अपनी भूख मिटा पाते। कैंपस के दूसरे मजदूर भी दो दिन पहले ही चले गए थे। थक हारकर फैसला किया कि सभी अपने घर मेरठ जाएंगे। यहां से किसी तरह वह हल्द्वानी पहुंचे जहां पर सामाजिक संस्थाओं की तरफ से बांटे जा रहे खाने के पैकेट लेकर अपनी भूख मिटाई। फिर हल्द्वानी में एक ट्रक के माध्यम से रुद्रपुर पहुंच गए। यहां पर पहुंचने के बाद इन सभी का कहना था कि कोशिश यही है कि स्थानीय प्रशासन व पुलिस के सहयोग से यदि कोई साधन मिल जाएगा तो ठीक नहीं तो पैदल ही घर की ओर जाना मजबूरी होगी।
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जो गैर जिलों से मजदूर या परिवार शहर में आ रहे हैं। उनका मेडिकल चेकअप किया जा रहा है। नैनीताल से आने वाले मजदूरों के बारे में जानकारी नहीं मिली है।
-मुक्ता मिश्रा, एसडीएम रुद्रपुर