20 डायलिसिस मशीनें 24 घंटे करेंगी काम
मनीस पांडेय, रुद्रपुर डायलिसिस कराने के लिए मरीजों को अब मंहगे अस्पतालों का चक्कर नहीं लगा
मनीस पांडेय, रुद्रपुर डायलिसिस कराने के लिए मरीजों को अब मंहगे अस्पतालों का चक्कर नहीं लगाना होगा। डायलिसिस की पूरी व्यवस्था जिला अस्पताल में ही संचालित की जाएगी। जिसमें 20 डायलिसिस मशीनें 24 घंटे काम करेंगी।
किडनी की कार्यक्षमता कमजोर होने पर डायलिसिस की जरूरत पड़ती है। जिसके लिए जिला अस्पताल में व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को हर बार हजारों रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। इंडस्ट्रियल क्षेत्र होने के कारण जिले में लोगों की आबादी ज्यादा है। जिसमें करीब तीन से चार हजार लोग रोज जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंचते हैं। ऐसे में डायलिसिस की सुविधा रोगियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग पीपीपी मोड के तहत जिला अस्पताल में मशीनें लगाने का काम कर रहा है। जिसके लिए लगातार काम जारी है। अस्पताल परिसर में कुल 20 मशीनों को स्थापित किया जा रहा है। ============== दो हफ्ते में होगा उद्घाटन
रुद्रपुर: मशीनों के संचालन के लिए काम तेजी से किया जा रहा है। जिसमें सभी मशीनों के लिए जिला अस्पताल में उपयुक्त कक्ष का निर्माण हो रहा है। जिले की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि उद्घाटन का काम एक से 10 दिसंबर के बीच कर दिया जाएगा। =========== 750 का आएगा खर्च
रुद्रपुर: डायलिसिस के लिए निजी अस्पतालों में ढाई से तीन हजार रुपए का चार्ज लिया जाता है। जबकि जिला अस्पताल में इसके लिए पहली बार 1350 उसके बाद पांच बार तक सिर्फ 750 रुपए की फीस ली जाएगी। छठी बार से फिर यही क्रम चलेगा। ============ प्रत्येक शिफ्ट में होगा 25 का स्टाफ
रुद्रपुर: डायलिसिस करने के लिए स्टाफ की समस्या आड़े नहीं आएगी। इसके लिए एक शिफ्ट में 25 लोगों का स्टाफ काम करेगा। जिसमें चार टेक्नीशियन व बाकी एएनएम, जीएनएम कार्यरत रहेंगी। दो बार शिफ्ट चेंज होगी। इस तरह रात व दिन में हर समय इसकी सुविधा मिलेगी। ========== राही केयर संभालेगा काम
रुद्रपुर: पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप पर आधारित इस योजना का साझीदार चंडीगढ़ की स्वास्थ्य सेवा प्रदाता कंपनी राही केयर प्राइवेट लिमिटेड को बनाया गया है। राही केयर के हल्द्वानी सेंटर के मैनेजर महेश शर्मा ने बताया कि कार्य जारी है। जल्दी ही इसका लाभ लोगों को मिलेगा। ========== जिले में डायलिसिस की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी। जिसके बाद इसे प्राथमिक सूची में रखा गया था। जल्दी ही लोगों को इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
-डॉ. शैलजा भट्ट, सीएमओ, रुद्रपुर ============ डायलिसिस के लिए अब कहीं दूर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिला अस्पताल में इसकी व्यवस्था की जा रही है। आवश्यक उपचार होने के कारण 24 घंटे इसे खुला रखा जाएगा। -डॉ. बसंत कुमार, सीएमएस, रुद्रपुर