बौर जलाशय में डूबकर युवक की मौत
संवाद सहयोगीगूलरभोजदोस्तों संग बौर जलाशय में तफरीह दिनेशपुर के एक युवक की जान पर भार
संवाद सहयोगी,गूलरभोज:दोस्तों संग बौर जलाशय में तफरीह दिनेशपुर के एक युवक की जान पर भारी पड़ गई। दोस्तों संग जलाशय में ट्यूब पर बैठकर नहाने के दौरान असंतुलित होकर पानी में गिरे युवक की डूबकर मौत हो गई। गोताखोरों की मदद से साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शव को जलाशय से बाहर निकाला जा सका। पुलिस ने मृतक के दोस्तों से पूछताछ के बाद शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दिनेशपुर के गांव चितरंजनपुर निवासी गुरमेल सिंह का पुत्र राज सिंह(20) मातृभूमि इंटर कॉलेज दिनेशपुर में कक्षा दसवीं का छात्र था। सोमवार को कॉलेज न जाकर अपने गांव के दोस्त विनयकृष्ण सरकार,पिटू मल्लिक,मिथुन मल्लिक व राकेश सरकार के साथ दोपहर एक बजे बौर जलाशय नहाने आ गया। राज,विनयकृष्ण और पिटू मल्लिक को लेकर हवा भरे ट्यूब में बैठकर जलाशय में उतर गए। जबकि दो दोस्त बाहर बैठे रहे। मृतक के दोस्तों के मुताबिक जलाशय के गहरे प्रवाह में पहुंचकर अचानक ट्यूब असंतुलित होकर पलट गई। जिसमें सवार राज पानी में डूबने लगा,यह देख विनयकृष्ण और पिटू ने उसे बचाने का काफी प्रयास किया लेकिन खुद को बचाने के प्रयास में राज उनके हाथ से छिटककर गहरे प्रवाह में समा गया। इस दौरान दोनों दोस्त जैसे-तैसे किनारे पहुंचे और परिजनों को जानकारी दी। सूचना पर गदरपुर थानाध्यक्ष जसविदर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के दोस्तों से जानकारी लेकर स्थानीय तैराक युवाओं की मदद से शव निकालने का काफी प्रयास किया लेकिन विफल रहा। बाद में पेशेवर गोताखोरों की मदद से साढ़े तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शव को बाहर निकाला गया। मृतक की एक बड़ी और एक छोटी बहन थी वो परिवार का इकलौता बेटा था जबकि पिता सिडकुल की एक कंपनी में मजदूरी ठेके पर काम करते हैं। इंसेट-
मौत का सबब बन रही युवाओं की मौज मस्ती
गूलरभोज:बौर जलाशय में युवाओं की मौज मस्ती मौत का सबब बनती जा रही है। टूरिज्म डेस्टिनेशन बनने के बाद यहां पहुंचने वाले ज्यादातर किशोर उम्र के युवा पानी में अठखेलियां करते हैं। ये नजारा हर रोज दिखाई देता है। बौर जलाशय के गहरे प्रवाह में फंसकर पिछले सात साल के दौरान अब तब सात युवा जान गवां बैठे हैं।
केस नंबर-1: साल 2012 में अग्रसेन कॉलोनी,रुद्रपुर निवासी अमित पुत्र सुभाष शर्मा दोस्तों के साथ आया था। तैरते समय उसकी मौत हो गई।
केस नंबर-2:27 जून 2015 में मजरा चक्की मोड़ निवासी हिमांशु मेहरा को यहां छलांग लगानी महंगी पड़ी,वह भी जान गवां बैठा।
केस नंबर-3:नौ मई 2016 को वार्ड एक भोना कॉलोनी,गदरपुर निवासी दानिश अली पुत्र रफीक अहमद को दोस्तों के साथ पानी में तैरने की कीमत जान देकर गवांनी पड़ी।
केस नंबर-4:24 अगस्त 2017 को शक्तिफार्म निवासी संजू विश्वास को छलांग लगाने का शौक जानलेवा साबित हुआ।
केस नंबर-5:24 अप्रैल 2018 को पतरामपुर,जसपुर निवासी बलविदर पुत्र छिदू अपने पांच दोस्तों के आया था,वह भी जान गवां बैठा।
केस नंबर-6:मजरा चक्की मोड़ निवासी ललित पुत्र दरपान सिंह बीते साल 15 अगस्त 2018 को अपने छह दोस्तों के साथ जलाशय आया था। यहां बैराज के मुहाने में छलांग लगाने का शौक ललित को महंगा पड़ा और जान गवां बैठा।