आस्था पर कार्रवाई की संस्तुति पर भड़के वैश्य समाज
-आस्था अस्पताल के खिलाफ हो निष्पक्ष जांच -अटल आयुष्मान योजना की जांच टीम पर लगाया एकतरफा का
-आस्था अस्पताल के खिलाफ हो निष्पक्ष जांच
-अटल आयुष्मान योजना की जांच टीम पर लगाया एकतरफा कार्रवाई का आरोप
फोटो:16केएसपी-1
जासं, काशीपुर : अटल आयुष्मान योजना में आस्था अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति पर कुमाऊं वैश्य महासभा का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अग्रसेन पार्क में बैठक कर योजना की जांच टीम पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की। साथ ही चेताया कि यदि मांग पर जल्द गौर नहीं किया गया तो जांच टीम के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।
कुमाऊं वैश्य महासभा की गुरुवार को अग्रसेन चौक पर हुई बैठक में वक्ताओं ने कहा कि आयुष्मान योजना में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केलाखेड़ा के फार्मासिस्ट द्वारा रेफर मरीजों का इलाज आस्था अस्पताल में किया गया था। रेफरल स्लिप पर फार्मासिस्ट के हस्ताक्षर व चिकित्साधिकारी की मुहर लगी थी और देहरादून की जांच टीम के सामने फार्मासिस्ट ने इस बात को कुबूल की थी। इसके बावजूद टीम ने आस्था अस्पताल पर फर्जी मुहर लगाकर इलाज कराने का आरोप लगा दिया, जो निराधार है। कहा कि टीम ने जानबूझकर अस्पताल के संचालक व मरीजों के बयान भी दर्ज नहीं किए। अस्पताल के संचालक डॉ. राजीव गुप्ता एलडी भट्ट अस्पताल में संविदा पर तैनात हैं, जबकि टीम ने जांच रिपोर्ट में उन्हें पूर्णकालिक दिखाया है। इससे टीम की जांच पर आंच उठ रही है। जब टीम को संविदा व पूर्णकालिक के फर्क का ही पता नहीं है तो वह जांच क्या कर सकती है। टीम जांच करने के बजाय डॉक्टर गुप्ता के उत्पीड़न करने की नीयत से एकतरफा रिपोर्ट तैयार कर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की संस्तुति कर दी है। इसका वैश्य समाज विरोध करता है। समाज सरकार के साथ सामाजिक व आíथक रूप से सहयोग करता है। साथ ही चेताया कि निष्पक्ष जांच न होने पर टीम के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। बैठक में महासभा संरक्षक एसपी गुप्ता, अध्यक्ष शेष कुमार सितारा, केसी बंसल, जेपी अग्रवाल, सुरेश चंद्र गुप्ता, नीरज अग्रवाल, ईश्वर चंद्र गुप्ता, रामगोपाल मित्तल, कौशलेश गुप्ता, जीके अग्रवाल आदि मौजूद थे।