मुकदमा दर्ज होने पर भड़के छात्र, धरना
संवाद सहयोगी, चंबा विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन करने वाले छात्र नेताओं पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्
संवाद सहयोगी, चंबा
विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन करने वाले छात्र नेताओं पर श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा मुकदमा दर्ज करने का छात्र नेताओं ने विरोध किया और आक्रोशित होकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। छात्रों ने विवि प्रशासन से मांगों पर कार्रवाई करने व दर्ज मुकदमा वापस लिए जाने की मांग की।
बुधवार सुबह छात्र नेताओं को विवि प्रशासन की ओर से छात्रों पर मुकदमा दर्ज किए जाने की जानकारी मिली। इसके बाद छात्र आक्रोशित हो गए और विवि प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जाहिर की। सुबह ग्यारह बजे छात्र विवि के बाहर गेट पर एकत्र हुए और विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। इसके बाद छात्र कॉलेज गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। इस मौके पर छात्र नेताओं ने कहा कि उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करना विवि का छात्रों के प्रति तानाशाही रवैय्ये का दर्शाता है। ऐसा कोई आपराधिक कार्य छात्रों ने नहीं किया, जिसके खिलाफ मुकदमा किया जाए। छात्र नेताओं ने उनके खिलाफ मुकदमा वापस लेने, विवि में कार्यबहिष्कार करने वाले कर्मचारियों की मांग पर जल्द पूरी करने की मांग की। साथ ही विवि के बीस किमी के दायरे में विवि का परिसर खोलने और पूर्व से लंबित अन्य मांगों पर जल्द कार्रवाई की मांग की। छात्रों ने चेतावनी दी कि मांगों पर अमल नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। बताते चलें कि सोमवार को विवि के कुलसचिव दिनेश चंद्रा की ओर से पांच पूर्व छात्र संघ अध्यक्षों और बीस अन्य छात्र नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। उन पर आरोप है कि उन्होंने बीते सोमवार को विवि में सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई और कुलसचिव का उनके कार्यालय में घेराव किया। मुकदमा दर्ज होने के बाद छात्रों ने विवि में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
धरने पर बैठने वालों में पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष मोहन सिंह रावत, आदित्य भट्ट शक्ति प्रसाद जोशी, सोहनवीर सिंह सजवाण, प्रदीप सकलानी, छात्र संघ अध्यक्ष कामेश नेगी, प्रदीप रावत, विजय सिंह नेगी, अक्षत पवन बिजल्वाण, पपेन्द्र रावत, मनीश राणा, शंकर नेगी, रोहित नेगी आदि मौजूद थे।