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अभिनेता राजीव खंडेलवाल को भायी उत्तराखंड की संस्कृति, लेकिन इसबात से हुए निराश

अभिनेता राजीव खंडेलवाल ने गोमुख से शुरू गंगा यात्रा को उन्होंने जीवन का अनूठा अनुभव बताया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 07:41 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 08:48 AM (IST)
अभिनेता राजीव खंडेलवाल को भायी उत्तराखंड की संस्कृति, लेकिन इसबात से हुए निराश
अभिनेता राजीव खंडेलवाल को भायी उत्तराखंड की संस्कृति, लेकिन इसबात से हुए निराश

देवप्रयाग, जेएनएन। दूरदर्शन के सीरियल 'रग-रग में गंगा' की शूटिंग करने पहुंचे जाने-माने अभिनेता और एंकर राजीव खंडेलवाल पहाड़ों की संस्कृति से अभिभूत हैं। गोमुख से शुरू गंगा यात्रा को उन्होंने जीवन का अनूठा अनुभव बताया। हालांकि वो इस बात से बेहद निराश हुए कि लोग गंगा को गंदगी के कुछ नहीं दे रहे हैं। 

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स्वच्छ गंगा अभियान के नमामि गंगा प्रोजेक्ट के तहत दूरदर्शन के 'रग रग में गंगा' सीरियल की इन दिनों उत्तराखंड में शूटिंग चल रही है। दिव्या भारद्वाज के निर्देशन में बन रहे सीरियल के गंगा तीर्थ देवप्रयाग में विभिन्न लोकेशन के शॉट्स फिल्माए गए। अभिनेता राजीव खंडेलवाल की एंकरिंग में अलकनंदा भागीरथी संगम स्थल, प्राचीन श्री रघुनाथ मंदिर, रामकुंड सहित नक्षत्र वेधशाला संस्थान में उनके महत्व को दर्शाते शॉट्स लिए गए। ऑफ बीट फिल्म 'आमीर' में अपने अभिनय से चर्चा में आए राजीव खंडेलवाल ने पत्रकारों से अपने अनुभव साझा किए।

राजीव के अनुसार 'रग-रग में गंगा' सीरियल के जरिए उन्हें गंगा को नई दृष्टि से देखने का मौका मिला। आम आदमी गंगा के प्रति आस्था तो रखता है, मगर उसके महत्व को नहीं जानता। गंगा से हम बहुत कुछ ले रहे हैं, मगर बदले में उसे गंदगी के सिवाय कुछ नहीं दे रहे हैं। 

सैन्य परिवार की पृष्ठभूमि से जुड़े जयपुर निवासी राजीव कहते हैं कि पिछले वर्ष वह जब अपनी दिवंगत माता विजयलक्ष्मी की अस्थियां गंगा में विसर्जित करने हरिद्वार आए थे, तो उन्हें गंगा की महानता का गहरा अनुभव हुआ। कहा कि पहाड़ों की आतिथ्य भावना व संघर्ष का कोई सानी नहीं है।

फिल्मों से दिल्ली व फिर 2002 में मुंबई में टीवी सीरियल 'कहीं तो होगा', 'लेफ्ट राइट लेफ्ट' के बाद राजीव ने टीवी शो 'सच का सामना', 'रिपोर्टर' और 'जज्बात' आदि की एंकरिंग से खासा नाम और चर्चा बटोरी। मुख्यधारा से अलग फिल्में करने के शौक ने राजीव को 'आमीर', 'शैतान', 'टेबल नं. 21', 'साउंड ट्रैक' जैसी फिल्मों ने संजीदा अभिनेता की पहचान दिलाई। 

निर्देशक दिव्या भारद्वाज ने बताया कि गोमुख से गंगा सागर तक के 14 मुख्य स्थानों की संस्कृति को सीरियल में दिखाया जाएगा। अगले वर्ष जनवरी में प्रसारित होने वाले सीरियल में गंगा के प्रति आम आदमी में जागरूकता लाने के लिए इसे रोचक ढंग से प्रस्तुत किए जाने का प्रयास किया गया है।

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