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लोनिवि को मिली डोबरा-चांठी पुल के एंकर ब्लॉक की ट्रीटमेंट रिपोर्ट

टिहरी झील पर बन रहे देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज के एंकर ब्लॉक की एक साल से लटकी ट्रीटमेंट रिपोर्ट सीआरआरआइ ने लोनिवि को सौंप दी है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 30 Jan 2020 08:04 PM (IST)Updated: Thu, 30 Jan 2020 09:23 PM (IST)
लोनिवि को मिली डोबरा-चांठी पुल के एंकर ब्लॉक की ट्रीटमेंट रिपोर्ट
लोनिवि को मिली डोबरा-चांठी पुल के एंकर ब्लॉक की ट्रीटमेंट रिपोर्ट

नई टिहरी, जेएनएन। टिहरी झील पर बन रहे देश के सबसे लंबे डोबरा-चांठी सस्पेंशन ब्रिज के एंकर ब्लॉक (दोनों सिरों पर बने पुल का वजन झेलने वाले पिलर) की एक साल से लटकी ट्रीटमेंट रिपोर्ट सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीआरआरआइ) ने लोक निर्माण विभाग (लोनिवि) को सौंप दी है। डोबरा-चांठी पुल के प्रोजेक्ट इंजीनियर एवं अधिशासी अभियंता लोनिवि एसएस मखलोगा का कहना है कि रिपोर्ट के अध्ययन के बाद ही एंकर ब्लॉकों के ट्रीटमेंट का कार्य शुरू किया जाएगा। 

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 टिहरी झील पर बन रहे डोबरा-चांठी पुल का निर्माण कार्य वर्ष 2006 में शुरू हुआ था, लेकिन वर्ष 2010 में डिजाइन फेल होने के कारण इसे बंद कर देना पड़ा। तब तक पुल निर्माण पर 1.35 अरब की रकम खर्च हो चुकी थी। इसके बाद वर्ष 2016 में लोनिवि निर्माण खंड ने 1.35 अरब की लागत से दोबारा निर्माण कार्य शुरू किया। पुल का नया डिजाइन दक्षिण कोरिया की कंपनी योसीन से तैयार कराया गया। तब से कार्य तेजी से चल रहा था, लेकिन 23 अगस्त 2018 को पुल के चांठी एबेडमेंट की तरफ लगाए जा रहे तीन सस्पेंडर (पुल के बेस को लटकाने वाले लोहे के रस्से) अचानक टूट गए। इससे पुल का निर्माणाधीन हिस्सा टेढ़ा हो गया। 

इस हादसे से सबक लेते हुए लोनिवि ने वर्ष 2008 में बने पुल के एंकर ब्लॉकों की जांच कराने का फैसला किया। इसी कड़ी में दिल्ली स्थित सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट की टीम से वर्ष 2018 में एंकर ब्लॉकों का निरीक्षण कराया गया। लेकिन, सीआरआरआइ की टीम ने एक साल बाद भी लोनिवि को ट्रीटमेंट रिपोर्ट नहीं सौंपी। इस संबंध में 'दैनिक जागरण' ने अपने 21 जनवरी के अंक में विस्तृत खबर प्रकाशित की थी। इसका असर यह हुआ कि सीआरआरआइ ने अब लोनिवि को रिपोर्ट भेज दी है। 

जल्द बनेंगी पुल की एप्रोज रोड

डोबरा-चांठी पुल के दोनों ओर बनने वाली एप्रोच रोड के टेंडर भी कर दिए गए हैं। टेंडर खुलने के बाद फरवरी में ही ए्प्रोच रोड पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा। लोनिवि की सहायक अभियंता निशा लिंगवाल ने बताया कि पुल के ऊपर रेलिंग का कार्य पूरा हो चुका है। फरवरी में ही पेंटिंग का कार्य भी पूरा कर दिया जाएगा। 

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डोबरा-चांठी पुल पर एक नजर

टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर और उत्तरकाशी के गाजणा क्षेत्र की बड़ी आबादी को जोडऩे वाले डोबरा-चांठी पुल की कुल लंबाई 725 मीटर है। इसमें सस्पेंशन ब्रिज 440 मीटर लंबा है। इसमें 260 मीटर आरसीसी डोबरा साइड और 25 मीटर स्टील गार्डर चांठी साइड है। पुल की कुल चौड़ाई सात मीटर है, जिसमें मोटर मार्ग की चौड़ाई साढ़े पांच मीटर है। जबकि फुटपाथ की चौड़ाई 0.75 मीटर है।

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