बालिका दिवस पर बेटियों को दिया आगे बढ़ने का संदेश
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: बोए जाते हैं बेटे, उग जाती हैं बेटियां, खाद पानी बेटों को और लहलहाती हैं
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: बोए जाते हैं बेटे, उग जाती हैं बेटियां, खाद पानी बेटों को और लहलहाती हैं बेटियां। इन्हीं पंक्तियों के साथ नई टिहरी बहुउद्देश्यीय सभागार में बालिका दिवस मनाया। यहां आयोजित भाषण प्रतियोगिता में सिद्धि ने प्रथम और सौम्या ने द्वितीय स्थान, पें¨टग प्रतियोगिता में दिव्या ने प्रथम, प्रिया ने द्वितीय और शालिनी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं रंगोली प्रतियोगिता में एकता प्रथम, मानसी द्वितीय और भावना तृतीय स्थान पर रही।
गुरुवार को विकास भवन के बहुद्देश्यीय सभागार में बाल विकास एवं महिला कल्याण विभाग की ओर से राष्ट्रीय बालिका दिवस आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने दीप प्रज्वलित कर की। उन्होंने कहा कि बालिकाएं सोशल लीडर बनकर समाज को जागरूक करें ताकि समाज में असमानता को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि बालिकाएं हर क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रही हैं। सीडीओ ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को शपथ भी दिलाई। कार्यक्रम में एसीएमओ डॉ. दीपा रूबाली ने कहा कि लड़कियां अपने आप को किसी से कम न समझें। अपने आत्मबल को मजबूत रखें ताकि वे प्रत्येक परिस्थिति का सामना कर सकें। जिला कार्यक्रम अधिकारी विक्रम ¨सह ने बताया कि समाज में बालिकाओं के प्रति भ्रांतियों और असमानता को समाप्त करने के लिए राष्ट्रीय बालिका दिवस वर्ष 2009 से प्रति वर्ष 24 जनवरी को मनाया जाता है। परम पर्वतीय रंगमंच एवं सांस्कृतिक समिति की ओर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ से संबंधित नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी सुदर्शन ¨सह बिष्ट, देवेश्वरी राणा, प्रियंका बिष्ट आदि मौजूद रहे।