बेचने जा रहे थे चोरी की कार, जीपीएस ने किए मंसूबे फेल
गदरपुर से कार चोरी कर नई टिहरी बेचने के लिए ला रहे चार युवकों को पुलिस ने छमुंड के पास पकड़ लिया। कार में लगे जीपीएस सिस्टम के कारण चारों युवक पुलिस की गिरफ्त में आए।
नई टिहरी, जेएनएन। गदरपुर से कार चोरी कर नई टिहरी बेचने के लिए ला रहे चार युवकों को पुलिस ने छमुंड के पास पकड़ लिया। कार में लगे जीपीएस सिस्टम के कारण चारों युवक पुलिस की गिरफ्त में आए। इनमें से एक युवक बीते जनवरी माह में भी गाड़ी के टायर चोरी के आरोप में जेल जा चुका है।
कोतवाली प्रभारी चंदन सिंह चौहान ने बताया कि गदरपुर पुलिस से टिहरी कोतवाली की पुलिस को सूचना मिली कि चोरी के वाहन की जीपीएस लोकेशन चंबा में आ रही है। इस पर छमुंड के पास चेकिंग शुरू कर दी गई। इस दौरान संबंधित हुलिए की कार आती दिखाई दी। इसे रुकवा लिया गया।
कार में चार युवक सवार थे। सवारों से कार के कागजात मांगने पर वे नहीं दिखा पाए। इस पर सख्ती से पूछताछ की तो युवकों ने कार को गदरपुर से चोरी कर नई टिहरी में बेचने के लिए लाए जाने की बात बताई।
इन युवकों की पहचान पुनीत पुत्र ओमप्रकाश निवासी एच ब्लाक नई टिहरी, गौरव पुत्र पुरुषोत्तम निवासी ग्राम पटोडी थाना लंबगांव, साहिल पुत्र हरीश निवासी एफ ब्लॉक नई टिहरी और सूरज पुत्र श्यामलाल निवासी ई ब्लॉक नई टिहरी के रूप में हुई। युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपित गौरव ने बताया कि वह गदरपुर में नौकरी करता था। यह वाहन उसके मालिक का है। दो महीने से जब उसे वेतन नहीं दिया गया तो दोस्तों को फोन कर बुलाया और फिर बीती शनिवार को कार चोरी कर ली।
क्या है जीपीएस
किसी भी वाहन में अगर ग्लोबल पोजिशिनिंग सिस्टम यानी जीपीएस लगा हो तो उस वाहन की लोकेशन का पता लगाया जा सकता है। वाहन जैसे ही स्टार्ट होता है वाहन मालिक के मोबाइल फोन पर उसकी लोकेशन आने लगती है। ऐसे में कहीं भी अगर वाहन जाता है तो मालिक को उसकी पूरी जानकारी होती है।
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