विद्यालय भवनों के नवनिर्माण को धन का इंतजार
संवाद सहयोगी नई टिहरी जिले में सरकारी स्कूलों के जर्जर हो चुके भवनों को बदले सरका
संवाद सहयोगी, नई टिहरी: जिले में सरकारी स्कूलों के जर्जर हो चुके भवनों को बदले सरकार ने नवनिर्माण भवनों की स्वीकृति तो दे दी, लेकिन शिक्षा विभाग के पास अभी तक धन स्वीकृत नहीं हो पाया है, ऐसे में जिले के 30 प्राथमिक और जूनियर विद्यालय भवनों को नवनिर्माण का इंतजार है। वहीं खस्ताहाल हो चुके इन भवनों में पठन-पाठन में दिक्कतें आ रहीं हैं।
जिले के 30 विद्यालयों भवनों का नवनिर्माण किया जाना है, इनमें चार जूनियर और 26 प्राथमिक विद्यालय हैं। प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय भवन 19.34 व जूनियर भवन 25.8 लाख रुपये की लागत से बनेंगे। हाल ही में इन विद्यालयों के लिए सरकार की ओर से धनराशि स्वीकृत हो चुकी है, लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग को सरकार ने धनराशि जारी नहीं की। विभागीय अधिकारियों की माने तो जल्द ही धनराशि मिलने की उम्मीद है। यदि समय पर धनराशि मिलती है तो विद्यालयों के नए भवनों का नवनिर्माण शुरू किया जाएगा। ये विद्यालय भवन खस्ताहाल स्थिति में हैं। कई भवन तो ऐसे हैं जिनकी बरसात में छत टपकती रहती है, जिसके चलते इन दिनों में छात्र-छात्राएं बरामदे में पढ़ाई करने को मजबूर रहते हैं। भवनों की हालत को देखते हुए इन्हें नवनिर्माण की सूची में शामिल किया गया है। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि भवनों के नवनिर्माण होने से जहां छात्रों को जगह की कमी से नहीं जूझना पड़ेगा, वहीं कई अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। यदि समय पर धन उपलब्ध हो जाता है तो छात्रों के सामने पुराने भवनों का जोखिम भी नहीं रहेगा और जल्द ही छात्रों को नई छत मिल पाएगी।
- विद्यालय भवनों के नव निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत हो चुकी है। धन मिलते ही भवनों का निर्माण कार्य आरंभ किया जाएगा।
सुदर्शन बिष्ट, जिला शिक्षाधिकारी बेसिक