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बदरीनाथ हाईवे पर आया मलबा, 25 किमी तक सात घंटे जाम में फंसे रहे दो सौ वाहन

ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह से तोताघाटी के पास मलबा आने से बंद रहा। हालांकि शाम छह बजे यातायात सुचारू कर लिया गया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 02 Jul 2019 06:18 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jul 2019 08:10 PM (IST)
बदरीनाथ हाईवे पर आया मलबा, 25 किमी तक सात घंटे जाम में फंसे रहे दो सौ वाहन
बदरीनाथ हाईवे पर आया मलबा, 25 किमी तक सात घंटे जाम में फंसे रहे दो सौ वाहन

देवप्रयाग, जेएनएन। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर तोताघाटी के पास भारी मलबा आने के कारण राजमार्ग सात घंटे बंद रहा। राजमार्ग पर 25 किलोमीटर जाम लगा रहा, जिसमें करीब दो सौ वाहन फंसे रहे। मार्ग दिनभर बंद होने के कारण यात्रियों को तन झुलसाने वाली गर्मी के साथ ही कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने यात्रियों को देवप्रयाग, गजा और खाड़ी होते हुए ऋषिकेश की तरफ भेजा। वहीं, फंसे यात्रियों के लिए दिन में पानी और खाद्य पदार्थों की व्यवस्था की। 

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मंगलवार सुबह करीब 11 बजे राष्ट्रीय राजमार्ग के तोताघाटी में ऑलवेदर रोड के तहत की गई कटिंग का मलबा भारी चट्टान के साथ राजमार्ग पर आ गिरा, जिस कारण मार्ग बंद हो गया है। राजमार्ग बंद होते कई दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। दिन भर लगभग 200 वाहनों के लगभग दो हजार यात्री मार्ग में फंसे रहे। सोमवार देर रात तेज बारिश से यहां पर मलबा गिरने की संभावना बनी हुई थी। सुबह फिर से तेज बारिश हुई, जिससे यहां भारी चट्टानी मलबा आ गिरा और रास्ता बंद हो गया। दिनभर राजमार्ग के बंद रहने से यात्री खासे परेशान रहे। भीषण कर्मी में चारधाम यात्रा और हेमकुंड साहिब से आने वाले यात्री भी सड़क खुलने का इंतजार करते रहे। 

सूचना पर थाना देवप्रयाग और बछेलीखाल चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची उन्हें यातायात व्यवस्थित करने में मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, देवप्रयाग से गजा और खाड़ी होते हुए यात्रियों को ऋषिकेश भेजा गया। 

बदरी-केदारनाथ धाम के दर्शन कर देहरादून लौट रहे राकेश शर्मा व अनिल गर्ग का कहना था कि वह सुबह 9 बजे से खड़े हैं। जब सब को पता है कि ऑलवेदर रोड का कार्य प्रगति पर है। पहाड़ कमज़ोर होने से मलबा गिरने का भी खतरा है तो क्यों नहीं फिर ऐसे चिह्नित स्थानों के आस-पास जेसीबी की व्यवस्था की जाती है, ताकि तुरंत मलबा हटाने में आसानी रहे।

प्रशासन ने की चाय-पानी की व्यवस्था

यात्रियों को यहां पर खाने-पीने को लेकर मुश्किलें झेलनी पड़ी। सुनसान इलाका होने के कारण वहां पर पीने के पानी और चाय आदि की व्यवस्था भी नहीं थी। जिसके बाद प्रशासन ने तोताघाटी में चार टैंकर पानी के अलावा बिस्किट नमकीन और चाय की व्यवस्था की। इससे यात्रियों को कुछ राहत मिली। 

एसडीएम कीर्तिनगर अनुराधा पाल ने बताया, देवप्रयाग से गजा खाड़ी होते हुए ऋषिकेश के लिए यात्रा रूट डायवर्ट किया गया था। शाम को राजमार्ग खुलने के बाद यातायात सामान्य हो गया है। 

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