गंगा के महत्व के बारे में बताया
देवप्रयाग: राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत वन्यजीव संस्थान देहरा
देवप्रयाग: राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत वन्यजीव संस्थान देहरादून की ओर से जैव विविधता संरक्षण और जीर्णोद्वार पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों को गंगा प्रहरी स्वयंसेवी बनने के लिए प्रेरित किया गया।
राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अशोक मेंदोला ने कहा कि नदियों के बिना जीवन संभव नहीं है। दुनिया में नदियों की स्थिति खराब होती जा रही है, जिसका सीधा उदाहरण अमेरिका की मिशिसीपी नदी है। उन्होंने कहा कि हमको ये नहीं भूलना चाहिए कि अगर नदी मरी तो हमारा इतिहास खत्म हो जाएगा। नदी हमारा भविष्य और वर्तमान है। उत्तराखंड की भागीरथी और अलकनंदा आदि नदियां 25 प्रतिशत जल की आपूर्ति करती है, जिससे उत्तराखंड को वाटर बैंक भी कहा जाता है। समाजसेवी अर¨वद जियाल ने कहा कि युवाओं को गंगा के महत्व को समझना होगा और लोगों को जागरूक करना होगा, तभी गंगा के जीवों का अस्तित्व बना रहेगा। प्रीति ने कहा कि बांज जैसे पौध लगाकर छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आना होगा। इस मौके पर दीपक, मनीष, बलवंत, पंकज, शशिपाल, काजल राधा आदि मौजूद थे। (संसू)