अतिथि शिक्षकों ने दी आंदोलन की चेतावनी
संवाद सहयोगी, चंबा: विभिन्न विद्यालयों में सेवाएं दे चुके अतिथि शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार
संवाद सहयोगी, चंबा: विभिन्न विद्यालयों में सेवाएं दे चुके अतिथि शिक्षकों का कहना है कि प्रदेश सरकार उन्हें नियुक्ति के नाम पर केवल आश्वासन ही दे रही है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही नियुक्ति न दी गई तो वह फिर आंदोलन को बाध्य होंगे।
मंगलवार को अतिथि शिक्षकों की गजा में बैठक हुई, जिसमें प्रदेश सरकार के अतिथि शिक्षकों के प्रति रवैये को लेकर नाराजगी प्रकट की गई। कहा गया कि सरकार उन्हें नियुक्ति देने के नाम पर केवल कोरे आश्वासन दे रही है अतिथि शिक्षकों ने कहा कि वे विभिन्न स्कूलों में 11 माह के लिए अपने सेवाएं दे चुके हैं और उनका शिक्षण कार्य भी सराहनीय रहा है। ऐसे में सरकार के उन्हें बार-बार ब्रेक देना न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कहा था कि अतिथि शिक्षकों को स्थाई नियुक्ति दी जाएगी, लेकिन उन्हें तो अस्थाई नियुक्ति भी नहीं दी जा रही है।
संगठन के अध्यक्ष दिनेश जेठूड़ी और मीडिया प्रभारी प्रमोद बिजल्वाण ने कहा कि उनका अनुबंध बीते मार्च माह में समाप्त हो गया था, जिसे सरकार ने आगे बढ़ाना था लेकिन दो माह का समय बीतने के बाद भी उन्हें पुनर्नियुक्ति नहीं दी गई। कहा कि जिन विद्यालयों में अतिथि शिक्षक सेवाएं दे रहे थे, वहां की शिक्षण व्यवस्था गड़बड़ा गई है और उन विद्यालयों को शिक्षकों की जरूरत है। कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही पुनर्नियुक्ति का निर्णय नहीं लिया तो फिर समस्त अतिथि शिक्षक आंदोलन को बाध्य होंगे। बैठक में कमलेश्वर ममगाई, मानेन्द्र, सरिता, दीपा, कामिनी जोशी, मुकेश आदि शिक्षक मौजूद थे।