ब्लड कैंसर से ग्रसित त्रिशा को आर्थिक मदद की दरकार
संवाद सहयोगी चंबा एक ओर गरीबी और दूसरी ओर गंभीर बीमारी से कोई ग्रसित हो जाए तो परिव
संवाद सहयोगी, चंबा: एक ओर गरीबी और दूसरी ओर गंभीर बीमारी से कोई ग्रसित हो जाए तो परिवार पर मुसीबतें आ जाती हैं। ऐसा ही कुछ राकेश जोशी के साथ हो रहा है आज उनकी इकलौती बिटिया त्रिशा जोशी ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रही है। उनके पास इलाज के लिए पैसे नही हैं वे समाज से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोई न कोई तो उनकी मद्द के लिए आगे आएगा।
प्रखंड थौलधार के कोट गांव निवासी 37 वर्षीय राकेश जोशी मुसीबतों से घिरे हैं। उनकी साढ़े तीन वर्षीय इकलौती बेटी त्रिशा जोशी ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की चपेट में है। इस बीमारी ने उन्हें हिलाकर रख दिया है। बीमारी बड़ी है तो खर्चा भी ज्यादा चाहिए वे इसी को लेकर चितित हैं। एक साल पहले बेटी की इस बीमारी का पता चला तो उसे एम्स अस्पताल ऋषिकेश में इलाज के लिए भर्ती कराया। राकेश जोशी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है पहले एक पेट्रोल पंप में नौकरी करते थे। तीन माह से नौकरी भी छूट गई है। बेटी के साथ अस्पताल में रहना पड़ता है उसका चेकअप कराना, दवाई खिलाना आदि काम करना पड़ता है। पत्नी ममता देवी गृहणी है। राकेश जोशी ने अपनी आपबीती सुनाई तो बताया कि इलाज लंबा होने के कारण खर्चा भी अधिक हो रहा है। अब तक उनके पास जो करीब डेढ़ लाख जमा पूंजी थी वह खर्च हो चुकी है और नौकरी भी नहीं है। आय का दूसरा कोई साधन नहीं है ऐसे में एक ओर घर का खर्चा और दूसरी ओर लड़की का इलाज कैसे करा पायेंगे। ऐसे में वे सरकार व समाज से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि कोई न कोई तो उनकी मदद करेगा। फोटो-14एनडब्ल्यूटीपी 3