गंगोत्री राजमार्ग पर मलबा बना मुसीबत, कैसे सुचारू होगी यात्रा
ऋषिकेश- गंगोत्री राजमार्ग पर आलवेदर रोड का निर्माण शुरू होने के बाद से कई भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अभी तक पूरे राजमार्ग पर कई स्थानों से मलबा तक नहीं हटाया गया है।
संवाद सूत्र, कंडीसौड़: ऋषिकेश- गंगोत्री राजमार्ग पर आलवेदर रोड का निर्माण शुरू होने के बाद से कई भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अभी तक पूरे राजमार्ग पर कई स्थानों से मलबा तक नहीं हटाया गया है।
ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आलवेदर रोड निर्माण के तहत बीते दो वर्षों से कार्यदायी संस्था बीआरओ सड़क चौड़ीकरण एवं सुधारीकरण कर रही है। चम्बा से धरासू तक लगभग एक दर्जन से अधिक भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं, जो हाईवे के लिए नासूर बने हुए हैं। भूस्खलन से सड़क जोखिम भरी होने के साथ आएदिन कई घंटे अवरुद्ध होना आम बात हो गई है। भूस्खलन जोन में मुख्य रूप से धरासू, गोजमीर, नगुण गदेरा, रमोलधार, ढिक्यारा, कंडीसौड़ के पास रिखेड़ीखाला, स्यांसू, कमांद नेरसी, कुनेर, रतनौगाड के पास 200 मीटर लंबाई में, किल्याखाल, कांडीखाल, डाबरी, रामगढ़, धारकोट शामिल हैं। डाबरी में बुधवार सुबह से दोपहर तक छह घंटे तक राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध रहा, जिससे यातायात ठप होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। रतनौगाड के पास सड़क के लगभग 200 मीटर भाग पर भारी भूस्खलन हो रहा है। सड़क से ऊपर की जमीन धसने से रतनौ गांव, बोरसारी आदि गांवों को खतरा पैदा हो गया है। इसके अतिरिक्त मार्ग पर कई स्थानों पर मलबा पड़ा है। बीआरओ की ठेकेदार कंपनी से 15 दिन दिन बीतने के बाद भी अभी तक मलबा साफ नहीं कराया गया है। केवल एक वाहन निकलने के लिए उबड़-खाबड़ लीक बनाई गई है। इससे कभी भी हादसा हो सकता है। इस संबंध में बीआरओ के सहायक अभियंता एबी सिंह का कहना है कि मलबा आने वाले स्थानों पर जेसीबी तैनात की गई है। मलबा हटाया जा रहा है।
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राष्ट्रीय राजमार्ग पर कार्यदायी संस्था बीआरओ ने लापरवाह तरीके से कार्य किया है। इसके कारण कभी भी किसी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। राजमार्ग से मलबा प्राथमिकता के आधार पर साफ करना चाहिए।
प्रभा बिष्ट, क्षेत्र पंचायत प्रमुख थौलधार टिहरी गढ़वाल