पेंशनरों की मौत के बाद खेलते थे गबन का खेल
अनुराग उनियाल, नई टिहरी : मुख्य कोषागार टिहरी में कार्यरत लेखाकार जयप्रकाश और यशपाल नेगी बेहद शातिर
अनुराग उनियाल, नई टिहरी : मुख्य कोषागार टिहरी में कार्यरत लेखाकार जयप्रकाश और यशपाल नेगी बेहद शातिर तरीके से गबन का खेल करते थे। वह मृतक पेंशनरों की फाइलों को छांटते थे और उसके बाद उन्हें जीवित दर्शाकर उनका खाता नंबर बदल देते थे। वह अपने परिचितों के खातों में पेंशन की रकम डालते थे और उसके बाद उन्हें कुछ कमीशन देकर बाकी रकम वापस ले लेते थे।
पूछताछ में जयप्रकाश और यशपाल ने बताया कि वह मृतक पेंशनरों की फाइलों पर नजर रखते थे। जिस भी पेंशनर की मौत हो जाती थी वह उसके बाद ई-पोर्टल में उनके जीआरडी नंबर पर उन्हें जीवित दर्शाकर उनके खाता व नाम में कूटरचना कर अपने परिचितों के खाते में डालते थे। एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि दोनों कर्मचारी काफी समय से यह खेल खेल रहे थे। मोबाइल पर बात कर फंसे पुलिस के जाल में
जयप्रकाश और यशपाल नेगी 25 दिसंबर से फरार चल रहे थे। दोनों ने अपनी कार भी ऋषिकेश में ही छोड़ दी थी और मोबाइल फोन भी बंद कर दिए थे। जिसके बाद उन तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। इस केस में एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर और उनकी टीम ने बेहद सुनियोजित तरीके से इनके साथ गबन में सह आरोपित खाताधारकों पर नजर रखी। इस दौरान इन खाताधारकों के मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगाए थे। कुछ दिन पहले पुलिस को इन मोबाइल पर दो नंबरों से लगातार बात होने की जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस को एक खाताधारक मनोज की लोकेशन हरियाणा में मिली। उसके बाद पुलिस मनोज की मदद से जयपुर में घूम रहे जयप्रकाश और यशपाल तक भी पहुंच गई। ऐसे पकड़ में आया मामला
टिहरी कोषागार में लंबे समय से यह गबन का खेल चल रहा था। अधिकारियों की नजर में यह नहीं आया। पुलिस के मुताबिक बीते दिसंबर में शासन ने पेंशनरों के खाते में कुछ गड़बड़ी पकड़ी, जिसके बाद उन्होंने टिहरी की वरिष्ठ कोषाधिकारी नमिता सिंह को जांच के लिए कहा। इसके बाद यह सरकारी धन के गबन का मामला पकड़ में आया। किसने कितनी धनराशि का किया गबन
जयप्रकाश शाह (लेखाकार कोषागार नई टिहरी)-गबन की गयी धनराशि 1,35,46,687 रुपये
यशपाल सिंह नेगी (लेखाकार कोषागार नई टिहरी)-गबन की गई धनराशि 33,03,045 रुपये
मनोज कुमार -गबन की गयी धनराशि 41,95,500/-
सुरेन्द्र सिंह पंवार-गबन की गयी धनराशि 10,77,918/-
जगदीश चंद्र (कोषाधिकारी) गबन की गई धनराशि 5,13,542/-
विनय कुमार चौधरी (लेखाकार) गबन की गई धनराशि 1,19,68,579/-
सोहबत सिंह (पीआरडी, नरेंद्रनगर कोषागार) गबन की गई धनराशि 23,46,748/-
कल्पेश भट्ट (क्लर्क, पशुपालन विभाग नरेंद्रनगर) गबन की गई धनराशि 26,54,302/-
रणजीत कुमार--गबन की गयी धनराशि 1,39,325