आखिरकार पकड़ में आया आतंकी गुलदार, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
टिहरी के (खोलगढ़) लंबगांव में आतंक का सबब बन चुके गुलदार को पकड़ने में वन विभाग को कामयाबी हाथ लगी है।
टिहरी, लंबगांव [जेएनएन]: प्रतापनगर के खोलगढ़ गांव में आतंक का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में कैद हो गया है। वन विभाग ने गुलदार को अपने कब्जे में लिया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। वहं, पकड़े गए गुलदार को चिड़ियापुर जंगल में छोड़ा जाएगा।
खोलगढ़ गांव में गुलदार का लंबे समय से आतंक बना हुआ था। गुलदार ने सात फरवरी को खोलगढ़ वल्ला महेश के पुत्र अनु को अपना निवाला बनाया। वहीं 18 अप्रैल को गुलदार ने खोलगढ़ पल्ला निवासी रणदीप के पुत्र सिद्धार्थ पर हमला किया। लेकिन ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद गुलदार भाग निकला। घायल को अपचार के लिए जिला अस्पताल नई टिहरी में भर्ती कराया गया।
गुलदार के हमले से जहां ग्रामीणों में दहशत के साथ ही विभाग के प्रति रोष बना हुआ था। ग्रामीण लगातार गांव में पिंजरा लगाने व टीम तैनात करने की मांग कर रहे थे। ग्रामीणों की मांग को देखते हुए विभाग ने यहां पर पिंजरा लगा दिया और टीम लगातार इस पर नजर रखे हुए थी।
सोमवार को तड़के गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार के कैद होने पर वन विभाग व स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा और गुलदार को रेंज कार्यालय ले आए। वन दरोगा श्यामलाल ने बताया कि गुलदार मादा है जिसे चिड़ियापुर जंगल में छोड़ा जाएगा।
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