पांच साल से आवागमन को जूझ रहे ग्रामीण
संवाद सूत्र, नैनबाग : पट्टी ईडवालस्यूं के तहत बदरीनाथ में पांच साल बीत जाने के बाद भी नदी में पुल न
संवाद सूत्र, नैनबाग : पट्टी ईडवालस्यूं के तहत बदरीनाथ में पांच साल बीत जाने के बाद भी नदी में पुल न बनने से क्षेत्र की जनता को बरसात में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों को एक गांव से दूसरे गांव जाने के लिए 14 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ रहा है।
जनपद के दूरवर्ती क्षेत्र नैनबाग के पट्टी इडवालस्यूं की बदरी नदी पर 2013 में भारी आपदा के चलते तीन आरसीसी के पुल बह गए थे। जिससे गांवों की आवाजाही प्रभावित हो गई है। पहले जहां ग्रामीणों को पुल से एक किमी की दूरी तय करनी पड़ती थी। वहीं आज ग्राम सेंदूल, ग्राम घियाकोर्ट, ग्राम खासकोटी, ग्राम बमण गांव, घराड़ा व झंगेरी के ग्रामीणों को 14 किमी का सफर तय करना पड़ रहा है। पुल न होने से सबसे ज्यादा दिक्कत चार गांव से राजकीय इंटर कॉलेज श्रीकोट जाने वाले छात्र-छात्राओं को हो रही है। पूर्व कैबिनेट मंत्री व वर्तमान में सहसपुर के विधायक खजानदास ने पुल बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन पांच वर्ष बीतने के बाद भी आज तक बदरी नदी में नहीं बन पाया है। जिससे क्षेत्र के जनता आक्रोश व्याप्त है। पिछले पांच सालों से ग्रामीणों का आवागमन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। ग्राम प्रधान अनूप थपलियाल, बालमा नौटियाल, पूर्व प्रधान सूरत ¨सह रावत, देवराम थपलियाल, भरत ¨सह राणा, मगनलाल नौटियाल ने बताया कि ग्रामीण शासन-प्रशासन को पिछले पांच साल से बदरी नदी में पुल बनाने की मांग करते आ रहे हैं। बावजूद उनकी समस्या का निस्तारण नहीं किया जा रहा है। आपदा से क्षतिग्रस्त पुलों का प्रस्ताव बनाने के लिए लोनिवि को कहा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद निर्माण कार्य आरंभ करवाया जाएगा। चतर ¨सह चौहान, उपजिलाधिकारी, धनोल्टी नैनबाग।