22 करोड़ में भी 20 गांवों के हलक सूखे
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: सारज्यूला पट्टी के 37 गांवों के हलक तर करने के लिए बनाई गई सारज्यूला पं¨प
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: सारज्यूला पट्टी के 37 गांवों के हलक तर करने के लिए बनाई गई सारज्यूला पं¨पग योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। जल संस्थान की जांच में सामने आया है कि 22 करोड़ रुपये खर्च होने के बाद भी 37 गांवों में से मात्र 17 गांवों में ही पानी की सुविधा पहुंच पाई है। बाकी 20 गांवों के हलक अभी भी सूखे हैं। पिछले माह विधायक धन ¨सह नेगी ने पं¨पग योजना निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच के निर्देश दिए थे।
चंबा ब्लॉक में सारज्यूला पं¨पग योजना का काम वर्ष 2006 में शुरू किया गया था। डीपीआर के मुताबिक बीस करोड़ की इस योजना में 37 गांवों को पेयजल सुविधा दी जानी थी, लेकिन आज तक इस योजना के तहत सभी गांवों को पानी नहीं मिल पाया है। इसी वर्ष अप्रैल माह में जल निगम ने जल संस्थान को योजना हैंडओवर कर दी, तो इस मामले ने तूल पकड़ लिया। पिछले माह टिहरी विधायक धन ¨सह नेगी ने इस योजना में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जांच के निर्देश दिए थे, जिसके बाद अब जल संस्थान ने जांच पूरी कर दी है। जांच में सामने आया है कि योजना में सही काम नहीं किया गया है। मात्र 17 गांवों में ही पानी पहुंच पाया है और वह भी आधा-अधूरा है। 20 गांव अभी भी पानी की सुविधा से वंचित हैं। जांच पूरी होने के बाद जल संस्थान अब शासन को इसे भेजने की तैयारी कर रहा है। जांच में साफ लिखा है कि कई गांवों में अभी तक पानी नहीं गया है, कहीं लाइन बिछाई गई है तो उसे टैंक से नहीं जोड़ा गया। इसी तरह मेन टैंक में भी पानी का रिसाव हो रहा है। क्या हैं कमियां
-कई गांवों में लाइन नहीं बिछाई।
-कई लाइनें टैंक से नहीं जोड़ी।
-पंपिग स्टेशन में तार खुले हैं, जिससे दुर्घटना का खतरा है।
-वोल्ट मीटर काम नहीं कर रहे।
- कंट्रोल पैनल सही काम नहीं कर रहा।
- स्टार्टर पंप काम नहीं कर रहा।
- मेन सप्लाई टैंक में लीकेज है।
- सप्लाई वाल्व चैंबर नहीं है।
- सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई।
सारज्यूला पं¨पग योजना की जांच में कई कमियां आई हैं, जो शासन को भेजी जा रही है।
सतीश नौटियाल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान टिहरी
योजना में जो भी कमियां हैं उन्हें दूर किया जाएगा।
रतनपाल ¨सह, अधिशासी अभियंता , जल निगम, टिहरी