अज्ञात लोगों को खिलाफ मुकदमा दर्ज
संवाद सूत्र, देवप्रयाग: खेड़ा गांव की छात्रा को अज्ञात लोगों द्वारा मारने की कोशिश के मामले मे पुलिस
संवाद सूत्र, देवप्रयाग: खेड़ा गांव की छात्रा को अज्ञात लोगों द्वारा मारने की कोशिश के मामले मे पुलिस अभी भी अंधरे में हाथ पांव मार रही है। पुलिस ने मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया, लेकिन अभी तक छात्रा के बयान नहीं लिए गए हैं। घटना के बाद से लोगों मे बच्चों की सुरक्षा को चिंतित हैं। राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग की छात्रा बीते बुधवार को अपने गांव के रास्ते मे बेसुध अवस्था में मिली थी। उसके गले मे चुन्नी लिपटी थी और पेट मे भारी पत्थर रखा था। किसी तरह होश में आने पर छात्रा ने परिजनों को सफेद व काले कपड़े पहने तीन लोगों द्वारा उस पर हमला किए जाने की बात कही थी। बाद में छात्रा को सीएचसी बागी में उपचार के लिए भर्ती किया गया, बाद में परिजन उसे वापिस घर ले गए थे।
गुरुवार को छात्रा को फिर से बेहोशी आने पर उसे सीएचसी बागी में भर्ती कर लिया गया है। इधर पुलिस में इस मामले को लेकर गफलत बनी हुई है। छात्रा के अनुसार पुलिस व ग्रामीणों द्वारा तीन संदिग्धों की नगर से लेकर आसपास के जंगल में खोजबीन की गयी। मगर कोई भी सुराग उनके हाथ नही लगा। प्रभारी थानाध्यक्ष ललित कुमार के अनुसार इस मामले में अभी छात्रा के परिजनों द्वारा कोई रिपोर्ट दर्ज नही करायी गयी है। पुलिस अभी छात्रा के स्वस्थ न होने के कारण पूरी घटना का ब्यौरा नहीं ले पायी है। उधर पुलिस अधीक्षक पौड़ी के निर्देश पर खेड़ा गाव की छात्रा के साथ हुई घटना के मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। छात्रा के साथ हुई घटना के बाद देवप्रयाग क्षेत्र में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अभिभावकों में भय का माहौल है। जिस क्षेत्र में घटना हुई वहां ज्यादातर शिक्षण संस्थान हैं। वहीं राजकीय महाविद्यालय देवप्रयाग की छात्रा को मारने की कोशिश की घटना से आक्रोशित छात्र- छात्राओं ने थाने में जाकर पुलिस को ज्ञापन सौंपा। जिसमें घटना का खुलासा करने की मांग की गई।
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वीडियो वायरल किए जाने पर जताया रोष
छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किए जाने से पूरे क्षेत्र में रोष बना हुआ है। वीडियो में बेहोशी की हालत में छात्रा का बयान लेकर उसको सोशल साइड में डाला गया। महाविद्यालय की छात्रा के साथ हुई घटना की संवेदशीलता को ताक पर रखकर कुछ लोगों ने अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के दौरान छात्रा का वीडियो बनाया था। छात्रा की बेहोशी का लाभ उठाते हुए उसका बयान लिए जाने पर सवाल खड़े हो गए हैं, जबकि छात्रा द्वारा अभी पुलिस को बयान नहीं दिया गया है। ऐसे में छात्रा व उसके परिवार की सहमति के बिना बनाए गए वीडियो व उसको वायरल किए जाने को लेकर लोगों में आक्रोश है।