उपचार न मिलने पर सड़क पर बैठी रही महिला मरीज
जागरण संवाददाता नई टिहरी जिले में आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गई हैं।
जागरण संवाददाता, नई टिहरी: जिले में आम आदमी के लिए स्वास्थ्य सेवाएं पटरी से उतर गई हैं। गुरुवार को जिला अस्पताल में थौलधार ब्लॉक से गर्भपात होने के बाद पहुंची महिला को उपचार नहीं मिला, जिस कारण महिला सड़क किनारे ही बैठी रही। अस्पताल में चोट लगने पर आई एक महिला और एक बच्चे को भी पीपीपी मोड में संचालित हो रहे जिला अस्पताल के प्रबंधन ने भर्ती करने और उपचार के लिए मना कर दिया, जिसके बाद मरीजों को चंबा स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ा।
कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट द्वारा संचालित जिला अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने आम आदमी तक इसकी जानकारी नहीं दी। गुरुवार को थौलधार ब्लॉक के नगुण गुसाई गांव की महिला तारा देवी गर्भपात के बाद अस्पताल में उपचार के लिए आई लेकिन उसे अस्पताल प्रबंधन ने न उपचार दिया और न ही उसे भर्ती किया। महिला काफी देर तक सड़क किनारे बैठी रही। इसी तरह, अस्पताल में नौ साल का लड़का आरुष भी उंगली में फ्रैक्चर होने के कारण आया, लेकिन उसे भी उपचार नहीं मिला। इसी तरह बौराड़ी निवासी सीता देवी घर पर गिर गई और उन्हें सिर पर चोट लगी। परिजनों ने जब अस्पताल में हंगामा किया, तब उनका एक्सरे किया गया। हिमालयन अस्पताल के प्रबंधक पुनीत गुप्ता ने बताया कि सीएमओ के स्पष्ट आदेश हैं कि कोविड अस्पताल बनने के बाद किसी मरीज को भर्ती न किया जाए। वहीं इस संबंध में सीएमओ ने बताया कि मरीजों के लिए चंबा स्वास्थ्य केंद्र में व्यवस्था की जा रही है। मरीजों को अब चंबा ही जाना होगा। थौलधार के पूर्व कनिष्ठ प्रमुख कुलदीप पंवार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण ही मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा है।