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उत्तराखंड में बंदी की कगार पर 334 विद्यालय

उत्तराखंड के 334 प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों पर बंदी की तलवार लटक रही है। क्योंकि प्रदेश के इन स्कूलों में छात्रों की संख्या दस से कम है।

By raksha.panthariEdited By: Published: Tue, 17 Oct 2017 06:15 PM (IST)Updated: Tue, 17 Oct 2017 09:04 PM (IST)
उत्तराखंड में बंदी की कगार पर 334 विद्यालय
उत्तराखंड में बंदी की कगार पर 334 विद्यालय

नई टिहरी, [जेएनएन]: जिन विद्यालयों में छात्र संख्या दस से कम है उन विद्यालयों को बंद किए जाने की योजना है। जिले में प्राथमिक व जूनियर 334 विद्यालय ऐसे हैं, जहां पर छात्र संख्या दस से कम रह गई है ऐसे में इन विद्यालयों पर भी बंदी की तलवार लटक गई है। निदेशालय ने ऐसे स्कूलों की सूची मांगी थी जिसे विभाग ने भेज दी है। अब शासन फैसला लेगा कि इनमें से कितने स्कूल बंद होंगे। 

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प्राथमिक विद्यालयों में लगातार छात्रसंख्या घट रही है। कम संख्या वाले सबसे ज्यादा विद्यालय देवप्रयाग में 42 व सबसे कम प्रतापनगर में 26 हैं। इन विद्यालयों को नजदीकी विद्यालयों में समायोजित किया जाएगा। जिले में शून्य छात्र संख्या वाले करीब 80 विद्यालय पहले से ही बंद है। दस से कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की सूची तीन सौ से ऊपर है, लेकिन इसमें दूरी का भी ध्यान रखा गया है। बंद होने वाले विद्यालय की दूरी समायोजित होने विद्यालय से दूरी एक किमी रखी गई है ताकि बंद होने वाले विद्यालयों के छात्रों को दूसरे विद्यालय जाने में परेशानियों का सामना न करना पड़े। एक किमी दूरी वाले विद्यालयों को ही बंद किया जाता है तो फिर बंद होने वाले स्कूलों की संख्या कुछ कम हो जाएगी। 

वहीं जिला शिक्षाधिकारी बेसिक सुदर्शन बिष्ट ने बताया कि निदेशालय द्वारा दस से कम विद्यालयों की सूची मांग गई है ऐसे विद्यालयों की संख्या 334 है। सूची निदेशालय को भेज दी गई है। आगे निदेशालय से जो भी दिशा-निर्देश होगा उसके बाद ही कार्यवाही शुरू की जाएगी। 

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